टीएनपी डेस्क (TNP DESK): केंद्र द्वारा डीजीपी अनुराग गुप्ता के सेवा विस्तार पर रोक लगाने के बाद उनके पद पर बने रहने को लेकर संशय पैदा हो गया है. केंद्र सरकार ने झारखंड सरकार को साफ निर्देश दिया है कि उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जाए. अब माना जा रहा है कि सीएम हेमंत के विदेश से लौटने के बाद इस मामले में संज्ञान ले सकते हैं. इसके साथ ही बाबूलाल मरांडी ने अनुराग गुप्ता की नियुक्ति के खिलाफ हाईकोर्ट में अवमानना याचिका दायर की है, जिस पर 19 जून को सुनवाई होगी.
अनुराग गुप्ता को पिछले साल 27 जुलाई को बनाया गया था डीजीपी
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने 27 जुलाई, 2024 को पुलिस महानिदेशक यानी डीजीपी बनाया था. अनुराग गुप्ता ने अजय कुमार सिंह से प्रभार लिया था, लेकिन विधानसभा चुनाव में चुनाव आयोग ने प्रभारी डीजीपी के पद से अनुराग गुप्ता को हटा दिया था. विधानसभा चुनाव में सरकार गठित होने के बाद तुरंत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अनुराग गुप्ता को डीजीपी पद पर फिर से तैनात कर दिया.
अनुराग गुप्ता की सेवा के लिए बनी विशेष नियमावली
डीजीपी पद पर नियुक्ति के लिए एक विशेष नियमावली बनाई गई, जिसके आधार पर अनुराग गुप्ता को राज्य का स्थाई पुलिस महानिदेशक बना दिया गया. इस पद पर उनका पदस्थापन 2 वर्षों के लिए हुआ. राज्य सरकार की अधिसूचना के अनुसार 26 जुलाई, 2026 तक के लिए अनुराग गुप्ता पुलिस महानिदेशक बने रहते. लेकिन राज्य सरकार के द्वारा नियमावली बनाकर अनुराग गुप्ता को पुलिस महानिदेशक बनाए जाने का निर्णय सवालों के घेरे में आ गया. इस पर राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप भी चले. इधर केंद्र सरकार ने अनुराग गुप्ता की नियुक्ति पर अपना मंतव्य दिया है. इसमें नियुक्ति को गलत बताया गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने झारखंड के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कहा है कि 30 अप्रैल 2025 तक ही उनकी सेवा होगी. अब देखना होगा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन क्या निर्णय लेते हैं.
2020 में हेमंत सोरेन की सरकार ने किया था निलंबित
जानकारी के अनुसार, 2020 में हेमंत सोरेन की सरकार ने ही आईपीएस अधिकारी अनुराग गुप्ता को निलंबित किया था, क्योंकि उन पर 2016 में हुए राज्यसभा चुनाव में बड़कागांव की तत्कालीन कांग्रेस विधायक निर्मला देवी को भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोट देने के लिए प्रलोभन देने और उनके पति पूर्व मंत्री योगेंद्र साव को धमकाने का आरोप था. करीब 26 महीने बाद अप्रैल 2022 में उनका निलंबन वापस ले लिया गया था.
वीरता पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं IPS अनुराग गुप्ता
IPS अनुराग गुप्ता झारखंड पुलिस में कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. वे झारखंड के गढ़वा जिले, गिरिडीह जिले, हजारीबाग जिले में एसपी और राजधानी रांची में एसएसपी के पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. आईपीएस अनुराग गुप्ता ने संयुक्त बिहार में भी बेहतरीन काम किया था, उन्हें बहादुरी के लिए राष्ट्रपति का वीरता पुरस्कार भी मिल चुका है.
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