टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : एक तरफ जहां मंईयां योजना का लाभ मिलने से महिलाएं खुश हैं. वहीं दूसरी तरफ इस योजना को लेकर साइबर फ्रॉड एक्टिव हो गए हैं. साइबर अपराधी सरकारी अधिकारी बनकर महिलाओं को फोन करते हैं और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के नाम पर जरूरी जानकारी हासिल कर फिर उनके खातों में बची रकम उड़ा ले रहें. ऐसे में एक ताजा मामला राजधानी रांची से सामने आया है. जहां सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के हेसल में रहने वाली एक महिला को साइबर अपराधियों ने अपना शिकार बनाया है. मंईयां योजना के लाभुक महिला को साइबर अपराधियों ने डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के नाम पर कॉल किया और फिर उनके खाते से 16,890 रुपये निकाल लिए.

ऐसे दिया फ्रॉड के खेल को अंजाम

इस मामले को लेकर पीड़ित आरती देवी ने सुखदेव नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. आरती देवी ने अपने आवेदन में कहा है कि 23 अप्रैल को उनके मोबाइल पर एक कॉल आया. कॉल करने वाले ने कहा कि मैं मंईयां सम्मान योजना के तहत आपका वेरिफिकेशन कर रहा हूं, कृपया अपना मोबाइल नंबर बताएं. इसके बाद यह भी बताएं कि आपका मोबाइल नंबर आपके खाते से लिंक है या नहीं. जैसे ही महिला ने कहा कि उसका मोबाइल नंबर खाते से लिंक है. उसके तुरंत बाद उसके खाते से एक रुपया कटा, और उसके बाद फिर 16,889 रुपये कट गए. अब पीड़ित महिला ने इस मामले में कार्रवाई की मांग की है.

पहले भी योजना के नाम पर हो चुकी है ठगी

बताते चलें कि इससे पहले भी मंईयां योजना के नाम पर साइबर अपराधी कॉल कर जरूरी डिटेल मांग चुके हैं. फिर खाते में रखी सारी जमापूंजी लूट लेते हैं. जबकि साइबर पुलिस का कहना है कि कोई भी सरकारी विभाग या बैंक किसी भी योजना के नाम पर बैंक डिटेल नहीं मांगता है. इसलिए अगर आपको योजनाओं से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी लेनी है तो आधिकारिक वेबसाइट से लें. या अपने इलाके के प्रज्ञा केंद्र से किसी भी तरह की जानकारी लें.