रांची(RANCHI): झारखण्ड विधानसभा चुनाव प्रचार थमने के बाद अब भी राजनितिक तपिश बढ़ी हुई है. अब सोशल मीडिया पर वार जारी है. इस वार की वजह एक लेटर बना है. जिसमें धनवार से झामुमो उम्मीदवार निजामुद्दीन अंसारी को पार्टी से निलंबित करने का जिक्र किया गया है. इस पत्र के सामने आने के बाद झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष सूबे के मुखिया हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट को साझा कर इसे फर्जी बताया. साथ ही भाजपा को निशाने पर लिया है.

दरअसल एक दिन पहले से सोशल मीडिया पर एक झामुमो का लेटर खूब वायरल हो रहा है. जिसमें लिखा हुआ है कि धनवार से झामुमो उम्मीदवार निजामुद्दीन अंसारी को झामुमो से निलंबित किया जाता है. साथ ही इंडी गठबंधन इस प्रत्याशी से अपना समर्थन वापस लेती है.आगे लिखा है कि इंडी लोकतंत्र बचाने की लड़ाई लड़ रही है और निजामुद्दीन ने एक पत्रकार के साथ मारपीट किया है, साथ ही बाबूलाल मरांडी को फायदा पहुंचाने का काम किया है. जिसके बाद पार्टी ने उन्हें बहार का रास्ता दिखाया है.

यह पत्र ऐसे समय में सामने आया जब चुनाव को महज 24 घंटे बचे है. पत्र वायरल होने के बाद धनवार में चर्चा शुरू हो गई, आखिर ऐसा क्या हो गया. लेकिन जब यह पत्र झामुमो के पास पहुंचा तो इसकी जांच की गई तो फर्जी निकला है. इसके बाद हेमंत सोरेन ने भाजपा को निशाने पर लिया है. हेमंत ने लिखा "अपनी निश्चित हार देख भाजपा और उनके नेतागण अब गिरने की सारी हदें पार कर चुके हैं.

शर्मनाक.... " इस पोस्ट के बाद कई कमेंट आने शुरू हो गए है.