रांची(RANCHI): विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान ख़त्म हो गया है.पहले चरण में कोल्हान प्रमंडल की 14 विधानसभा सीट पर भी मतदान सम्पन्न हुआ है. मतदान ख़त्म होने के बाद अब सभी को इंतज़ार 23 तारीख का है जब मतगणना होगी. अगर इस इलाके की बात करें तो झारखंड मुक्ति मोर्चा का गढ़ माना जाता है. लेकिन इस बार समीकरण के हिसाब से झामुमो के गढ़ में NDA की बड़ी सेंधमारी हो गयी है. चुनाव का परिणाम चौकाने वाला हो सकता है. इस इलाके से 2019 के चुनाव में भाजपा साफ़ हो गयी थी एक भी सीट नहीं मिली. लेकिन2024 के चुनाव में अच्छा कम बैक करने की सम्भवना बनी है.
सबसे पहले थोड़ा पीछे की बात कर लेते है 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में कोल्हान प्रमंडल की 14 सीट पर इंडिया गठबंधन ने चुनाव जीत लिया था. भाजपा आजसू का खाता भी नहीं खुल सका.अब फिर पांच साल बाद चुनाव हो रहे है नेता वही है बस कुछ नेताओं की पार्टी बदल गयी है.जिसका फायदा भाजपा को मिल सकता है.कोल्हान में चर्चा शुरू है कि चंपाई, कोड़ा और अन्य नेता बड़ा इस इलाके में गुल खिला सकते है. सरायकेला सीट से पहली बार भाजपा के टिकट पर चम्पई सोरेन चुनावी अखाड़े में है. इनका प्रभाव भी इलाके में बेहतर है जिसका फायदा भाजपा को मिल सकता है.
चंपाइ के अलावा मधु कोड़ा जो "हो" जाति से तालुख रखते है यह भी इस बार कमल पर सवार है. इनका अपना प्रभाव इलाके में है. जो झारखण्ड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस का समीकरण को बिगाड़ कर रख दिया है. अब मतदान हो गया लेकिन चर्चा है कि कोड़ा ने बड़ा खेल कर दिया है. वोट को भाजपा के खेमे में धकेलने में सफल हो गए है. हालांकि कितना सफल हुए है यह तो 23 नवंबर को तस्वीर साफ़ होगी.
फिलहाल सभी जीत का दावा करने में लगे है.राज्य की सत्ता में आने के लिए कोल्हान प्रमंडल की सीट अहम मानी जाती है.अब देखना दिलस्चस्प होगा की आखिर क्या झामुमो के गढ़ में भाजपा ने कितना सेंधमारी करने में सफल हुई. सभी सीट पर लड़ाई टक्कर की देखी जा रही है.अब जनता के साथ नेता भी दिन रात गिन रहे है जिससे जल्दी रिजल्ट सामने आये और सभी कयास पर विराम लग सके.
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