झुमरी तिलैया(JHUMRI TILAIYA): कोडरमा जिले में ऐसी कई जगह है जहां सड़क दुर्घटना रुकने का नाम नहीं ले रहा है. जिसके अंतर्गत सर्वाधिक डेंजर जोन में आने वाली कोडरमा घाटी में प्रत्येक वर्ष सैकड़ों लोग सड़क हादसों में अपनी जान गवां देते हैं. साथ ही कई लोग बुरी तरह से घायल होते रहे हैं. कई लोगों को हादसे की वजह से जिंदगी भर अपाहिज होना पड़ रहा है. कई परिवार के लोग अपने इकलौते चिराग को भी खो दिए हैं. लगातार हो रहे सड़क हादसों के बाद भी लोग सचेत होने का नाम नहीं ले रहे हैं.
सबसे डेंजर जोन मेघातरी घाटी में लगाया रिफ्लेक्टिव मिरर
इन दुर्घटनाओं पर रोक लगाने को लेकर प्रशासन कई उपाय करते है,बावजूद स्थिति नियंत्रण में नहीं हो पा रहा है. जिसे लेकर जिले में दर्जनों ब्लैक स्पॉट चिन्हित किया गया है. जहां आए दिन दुर्घटना होते रहती है. अब ऐसे जगहों पर विभाग के द्वारा रिफ्लेक्टिव मिरर लगाने का प्रयास किया जा रहा है. फिलहाल कोडरमा घाटी का सबसे डेंजर जोन मेघातरी घाटी में रिफ्लेक्टिव मिरर लगाया गया है. इससे वाहन चालकों को परिचालन करने में मिल का पत्थर साबित हो रहा है.
ब्लाइंड टर्न को किया जा रहा चिन्हित
डीटीओ भागीरथ प्रसाद ने बताया कि कोडरमा घाटी में रिफ्लेक्टिव मिरर दुर्घटना रोकने में कारगर साबित होगा. दर्जनों से अधिक ऐसे ब्लाइंड टर्न को चिन्हित किया गया है. जहां रिफ्लेक्टिव मिरर लगाने का प्रयास विभाग द्वारा किया जा रहा है. इससे वाहन चालकों को फिलहाल काफी सहूलियत होगी. आगे अन्य ऐसे तीखे मोड में इस तरह की सुविधा बहाल करने की तैयारी की जा रही है,ताकि दोनों छोर से आने जाने वाले वाहनों के चालक एक दूसरे को देख कर नियंत्रण में परिचालन कर सके.
रिपोर्ट: अमित कुमार, झुमरी तिलैया/ कोडरमा
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