रांची(RANCHI):  झारखंड सरकार द्वारा 1 मई से खुदरा शराब की बिक्री शुरू की गई है. इससे राज्य को भारी राजस्व की प्राप्ति हो रही है. उत्पाद विभाग की ओर से जारी डाटा की बात करें तो शुरुआती 4 दिनों में ही 19.07 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हो चुका है. इसमें  उत्पाद कर के रूप में 7.05 करोड रूपये और उत्पाद परिवहन कर के रूप में 12.02 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई है. वहीं 15 जिलों में खुदरा उत्पाद दुकानों के संचालन से ISBCL द्वारा मदिरा बिक्री से लगभग 200 करोड़ रूपये की राशि प्राप्त हुई है.  

बीयर और विदेशी शराब के 196 ब्रांड की कीमतों में नही हुआ कोई बदलाव 

उत्पाद विभाग की ओर से यह भी बताया गया है कि JSBCL द्वारा संचालित खुदरा उत्पाद दुकानों में ग्राहकों की मांग के अनुरूप नई नीति के तहत निर्धारित बिक्री मूल्य पर मंदिरा की बिक्री की जा रही है. नई उत्पाद नीति के तहत राज्य में बिक्री की जा रही बीयर के 70 तथा विदेशी शराब के 126 ब्रांडों की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. जबकि बीयर एवं विदेशी मंदिरा के 62 ब्राण्डों की बिक्री मूल्य में 10 रू० से 1000 रू0 तक की कमी हुई है और  68 ब्राण्डों की बिक्री मूल्य में 10 रू0 से 100 रू० तक की वृद्धि हुई है. 

15 जिलों में शराब दुकानों का हो रहा संचालन

बता दें कि झारखण्ड उत्पाद (झारखण्ड राज्य बिवरेजज कॉरपोरेशन लिमिटेड के माध्यम से खुदरा उत्पाद दुकानों का संचालन) नियमावली, 2022" तथा 'झारखख मदिरा का भंडारण एवं थोक बिक्री नियमावली, 2022 द्वारा अधिसूचित नई नीति के तहत JSBCL के संचयनकर्त्ता गोदामों में थोक बिक्री अनुइतिधारियों प्रदत्त कम्पनियों द्वारा राज्य भर में शराब की आपूर्ति की जा रही है. यह प्रक्रिया 1 मई 2022 से शुरू की जा चुकी है. इसके साथ ही शराब का परिवहन 2 मई से शुरू किया जा चुका है. वहीं राज्य के 15 जिलों में खुदरा शराब दुकानों का संचालन 3 अप्रैल से ही प्रारंभ है.