रांची (TNP Desk) : रांची नगर निगम का कंट्रोल रूम अब सहायता केंद्र बनेगा. यह सहायता केंद्र 24 घंटे काम करेगा. सहायता केंद्र खुलने से शहरवासियों को काफी सहुलियतें मिलेगी. किसी भी तरह की समस्या पर शहरवासी कभी भी ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकेंगे. बताया जाता है कि निगम संबंधित अगर कोई परेशानी है तो कंट्रोल रूम आपकी मदद करेगी. वहीं निगम क्षेत्र में सफाई समेत अन्य बुनियादी व्यवस्था को लेकर विशेष जागरुकता अभियान भी चलेगा. आमजन से संबंधित वार्ड में बहाल सुविधा की गुणवत्ता की भी जांच सहायता केंद्र करेगा. इससे निगम के काम में पारदर्शिता आएगी और शहरवासियों को बेहतर सुविधा मिलती रहेगी.
शिकायतों का तुरंत होगा समाधान
नए कंट्रोल रूम सह कनेक्ट सेंटर के जरिए शिकायत और समाधान के साथ सहायता की भी व्यवस्था बहाल रहेगी. अभी तक कंट्रोल रूम में केवल शिकायत दर्ज कराने की सुविधा थी. नई व्यवस्था में संबंधित शिकायतकर्ता को उनकी समस्या का समाधान होने पर भी कॉल कर जानकारी दी जाएगी. सेंटर के जरिए समय-समय पर ऑनलाइन जागरुकता अभियान चलाया जाएगा. सहायता के तौर पर निगम की किसी शाखा से संबंधित काम, आवेदन जमा करने या फिर अद्यतन जानकारी हासिल करने की प्रक्रिया से आमजन को अवगत कराया जाएगा.
हर साल 44 लाख रुपए का खर्च
रांची नगर निगम का कंट्रोल रूम सह कनेक्ट सेंटर के संचालन पर हर वर्ष 44 लाख रुपए का खर्च आएगा. इसके लिए एजेंसी का चयन कर लिया गया है. एकरारनामा के लिए पत्र भी निर्गत हो गया है, जो पांच साल तक व्यवस्था की देखरेख करेगी. कुछ ही दिनों में एकरारनामा होते ही अहमदाबाद की चयनित कंपनी आदित्य माइक्रो सिस काम करना शुरू कर देगी. यह कंपनी अभी अहमदाबाद में अहमदाबाद स्मार्ट सिटी कारपोरेशन में कंट्रोल रूम सह कनेक्ट सेंटर का काम देख रही है. एजेंसी के काम शुरू करते ही तीन शिफ्ट में ऑनलाइन माध्यम से शहरवासियों की शिकायत दर्ज होगी. इसके लिए छह कर्मी 24 घंटे ड्यूटी पर उपलब्ध रहेंगे0 वहीं, पांच कर्मी सॉफ्टवेयर बैकअप मोड के लिए और एक टीम लीडर होंगे.
सभी 53 वार्ड का होगा सोशल ऑडिट
निगम के सभी 53 वार्ड का सोशल ऑडिट एजेंसी के द्वारा किया जाएगा. इसके जरिए वहां रहने वाले लोगों से सड़क, नाली, स्ट्रीट लाइट व सफाई समेत अन्य बुनियादी सुविधाओं की अद्यतन जानकारी हासिल की जाएगी. हर वार्ड से मिले फीडबैक के जरिए यह तय करने में निगम को आसानी होगी कि सबसे पहले कहां और कितनी श्रम शक्ति के साथ काम करने की जरूरत है. कहा प्राथमिकता के आधार पर निर्माण कार्य कराना जरूरी है.
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