रांची (TNP Desk) : पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कुर्सी जिस जमीन ने लील लिया, अब उसी जमीन को ईडी जल्द ही जब्त करेगी. इसके लिए जांच एजेंसी ने प्लान भी बना लिया है. बड़गाई अंचल की 8.46 जमीन को ईडी ने पीएमएलए की संगत धाराओं के तक जब्त करने का फैसला लिया है. अभी तक के जांच में ईडी ने पाया कि उक्त जमीन पर हेमंत सोरेन का अवैध तरीके से कब्जा था, जहां आर्किटेक्ट विनोद सिंह की मदद से बैंक्वेट हॉल बनना था. जांच के दौरान ईडी को पता चला कि उक्त जमीन की जमाबंदी बदल कर राजकुमार पाहन के नाम पर की गई है.

सेना की 4.55 एकड़ जमीन को भी जब्त कर चुकी है ईडी

बता दें कि बड़गाई अंचल की 8.46 एकड़ जमीन का सर्वे ईडी ने 20 अप्रैल 2023 को किया था. जांच के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने यहां के केयर टेकर संतोष मुंडा का बयान लिया था. केयर टेकर ने बताया कि यहां दो-तीन बाद हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के साथ आ चुके हैं. फिर एक जून 2013 को सदर थाने में मामला दर्ज किया था. इससे पहले सेना की 4.55 एकड़ जमीन, पुगडू मौजा की तकरीबन नौ एकड़ और सिरमटोली में सेना की जमीन जब्त कर चुकी है. 

कई जगहों पर ईडी ने मारा था रेड

बता दें कि हेमंत के करीबी आर्किटेक्ट विनोद सिंह से पूछताछ और मोबाइल से मिले व्हाट्सएप चैट के बाद ईडी ने रांची में तीन जगहों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी. छापेमारी के दौरान अधिकारियों को कई दस्तावेज मिले थे. हो सकता है कि जांच में मिले सबूत के आधार पर ही ईडी जमीन को जब्त करना चाहती है. बताया जाता है कि इस मामले में कई और लोगों को पूछताछ के लिए अधिकारी ईडी दफ्तर बुला सकती है.

इसी मामले में जेल में बंद हैं हेमंत सोरेन

गौरतलब है कि जमीन घोटाले मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने 31 जनवरी 2024 को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद ईडी ने पूछताछ के लिए कोर्ट से तीन बार रिमांड पर लिया था. 13 दिनों की पूछताछ के बाद ईडी ने हेमंत सोरेन को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जहां अदालत ने न्यायिक हिरासत में उन्हें जेल भेज दिया. इसी दौरान ईडी ने राजस्वकर्मियों के साथ मिलकर गिरफ्तार भानु प्रताप प्रसाद की मौजूदगी में बरामद नक्शे के आधार पर बड़गाई की जमीन का नए सिरे से सर्वे कराया है. अब उसी जमीन को जब्त करने की तैयारी में ईडी के अधिकारी जुट गए हैं. बताया जाता है कि जल्द ही बड़गाई अंचल की 8.46 एकड़ जमीन को अपने कब्जे में ईडी ले लेगी.