TNPDESK(टीएनपी डेस्क): देश में हाल के दिनों में एक बात खूब चर्चा में है. राजनीतिक दलों में वोट चोरी के मामले से माहौल गर्म है. राहुल गांधी एक के बाद एक खुलासा कर दावा कर रहे है कि आखिर चुनाव के समय वोट चोरी कर लिया जा रहा है. और जनता की चुनी हुई सरकार नहीं बल्कि चुनाव आयोग सरकार चुन रहा है. कई दावों पर अब सोशल मीडिया पर भी जंग छिड़ी है. हाल में हरियाणा विधानसभा के जिस 223 बूथ का जिक्र किया उसके बाद अब खुद राहुल गांधी फसते दिख रहे है.

63 नंबर बूथ पर कांग्रेस को बढ़त

दरअसल राहुल गांधी ने साफ कहा कि एक बूथ नंबर पर 223 बार एक बुजुर्ग का वोटर लिस्ट में नाम है. राहुल का दावा है कि इस बूथ पर भाजपा ने खेल किया. लेकिन जिस बूथ का जिक्र किया गया वह हरियाणा के मुलाना विधानसभा के ढकोला गाँव का बूथ नंबर 63 है. जिसे मतदाता की संख्या ज्यादा होने पर बाद में 63 और 64 दो भाग में बाटा गया. इस बूथ पर पड़ताल में जानकारी निकल कर सामने आई की यहां खेल हुआ या नहीं यह तस्वीर तब साफ होगी जब परिणाम की ओर देखेंगे.

मुलाना में खुद कांग्रेस को मिले सबसे ज्यादा वोट

जब चुनाव का परिणाम आया तो इस बूथ पर अन्य बूथ से ज्यादा वोट कांग्रेस को मिले. सबसे बड़ी बात की 2019 और 2024 में मुलाना से कांग्रेस के ही विधायक चुनाव जीत रहे है.साथ ही लोकसभा चुनाव में भी इस बूथ से काँग्रेस को अन्य राजनीतिक दल से अधिक वोट मिले. अब चर्चा शुरू हो गई की आखिर राहुल गांधी किस आधार पर इस तरह का कैम्पेन कर रहे है. थोड़ा तस्वीर और साफ कर देते है. जब इस ढकोला गाँव के मतदान के परिणाम को देखे तो यहां 2019 विधानसभा चुनाव- INC: 316, BJP: 460, 2019 लोकसभा चुनाव- INC: 315, BJP: 355, 2024 विधानसभा चुनाव- INC: 602, BJP: 275, 2024 लोकसभा चुनाव- INC: 610, BJP वोट मिले है. इसे साफ कहे तो सिर्फ इस बूथ से नहीं बल्कि पूरी मुलाना विधानसभा ने कांग्रेस को अच्छी बढ़त दी है.

बयान और हकीकत अलग अलग

राहुल गांधी के कम मार्जिन से हार के बयान पर भी लोग सवाल उठाने लगे और आकडा सोशल मीडिया में घूमने लगा है. राहुल गांधी ने दावा किया कि कांग्रेस सिर्फ़ 22,779 वोटों से 8 सीटें हार गई.   पर हकीकत यह है कि हरियाणा की सबसे कम मार्जिन वाली 10 सीटों में कांग्रेस ने 6 जीतीं और बीजेपी ने सिर्फ़ 3,अब चर्चा यह भी शुरू हुई की  क्या 2018 मध्य प्रदेश चुनाव में भाजपा के पास वोट शेयर ज्यादा रहने के बाद भी कांग्रेस को बहुमत मिली. जिसके बाद कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे. साथ ही कांग्रेस ने कुछ सौ वोटों के अंतर से 7 सीटें जीतीं थी.

ब्राजील वाली मॉडल की बात अब कैसे आई

एक बूथ पर 22 ब्राजील मॉडल की तस्वीर के साथ वोट देने के मामले में भी तस्वीर सामने आई है.इसकी जब पड़ताल हुई तो कई मीडिया रिपोर्टस में दिखा की उस मतदाता सूची में कोई भी ऐसी तस्वीर वाली महिला वोटर है ही नहीं. यहां पर भी दिखा की गलत तरीके से वोटर लिस्ट में छेड़ छाड़ कर पेश किया गया. यहां पर सवाल यह भी है कि जब चुनाव होता है तो सभी राजनीतिक दल को मतदाता सूची की फाइनल लिस्ट दी जाती है. तो जब हरियाणा में विधानसभा का चुनाव हुआ या लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस पार्टी को भी चुनाव आयोग ने लिस्ट दी होगी उस समय किसी तरह की आपत्ति क्यों नहीं दर्ज कराई गई.

अब राहुल का GENZ पर जोर

अब कई राजनीतिक जानकार इस पूरे मामले और खास कर हाल के दिनों में राहुल गांधी के GEN Z  शब्द के इस्तेमाल करने पर भी अपनी बात रखी है. राजनीतिक जानकार बताते है कि हाल के दिनों में बांग्लादेश और नेपाल में लोगों ने देखा की सोशल मीडिया से फैलाई गई चिंगारी ने देश की सत्ता को उखाड़ कर फेक दिया. ऐसे में अब देश में राहुल गांधी युवाओं में वोट चोरी और अन्य मुद्दों को सीधे उनके जेहन में भरना चाह रहे है. शायद इसका परिणाम बाद में सही ना  हो. आज कल के युवा जो सोशल मीडिया पर देखते है उसे सच समझ जाते है. ऐसे में राहुल गांधी को बयान तथ्य के साथ देना चाहिए ना की भ्रामक तरीके तथ्य के साथ. वह एक बड़े नेता है और उनके बयान से प्रभाव पड़ सकता है.