टीएनपी डेस्क(TNP DESK):मई का महीना लगभग खत्म होने वाला है, अब जून महीने की शुरुआत होने वाली है. मई के महीने में जहां तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है, ऐसे में घर से निकलने के बाद ही लोगों का पसीना से बुरा हाल हो जाता है जैसे ही लोग घर से बाहर निकलते ही लोगों के कपड़े पूरा पसीने से भीग जाते हैं. पसीना होना हमारे शरीर के लिए काफी जरूरी है, इसके जरिए ही हमारे शरीर के अंदर की गंदगी बाहर निकलती है. इसलिए हम इसे हेल्दी रहते हैं, लेकिन ऐसे बहुत सारे लोग हैं, जिनको तेज धूप और प्रचंड गर्मी के बीच वर्कआउट करते हुए भी पसीना नहीं आता है या फिर बहुत कम आता है.ज्यादातर लोग इसे नॉर्मल मानते हुए इग्नोर कर देते हैं, लेकिन इस पर ध्यान नहीं देते, तो आपको बताएं कि यह कोई सामान्य लक्षण नहीं है, बल्कि यह कई गंभीर बीमारियों के लक्षण हो सकते हैं.
कम पसीना आना हेल्थ के लिए है खतरनाक
कम पसीना हमारे शरीर को बहुत ही हानि पहुंचाता हैं.आज हम आपको कम पसीना आने की वजह के बारे में बात करेंगे और ऐसे लक्षणों के बारे में बात करेंगे जो यह किसी बीमारी के हो सकते हैं. आपको बताएं कि जिन लोगों को भी कम पसीना आता है, उनको यह बात जान लेनी चाहिए कि यह चीज नॉर्मल नहीं है और हेल्थ के लिए काफी खतरनाक साबित हो सता है.मेडिकल की भाषा में कम पसीना एनहाइड्रोसिस कहते हैं. यदि तेज गर्मी में पसीना ना आया या फिर बहुत कम आता है तो यह हेल्थ के लिए अच्छा नहीं है यह हमारे शरीर में हीट स्ट्रोक को बढ़ाता है.
इन वजहों से गर्मी में भी लोगों को नहीं आता पसीना
यदि आपको भी तेज धूप और मेहनत करने के वक्त भी पसीना नहीं आता है या फिर कम आता है तो आपको एक बार डॉ से जरुर मिलना चाहिए और इससे जुड़े सलाह लेनी चाहिए, ताकि आप किसी गंभीर बीमारी के शिकार होने से बच सके.आपको बताएं कि कम पसीना आने की कई सारे वजह हो सकते हैं, इसमे सबसे बड़ा और पहली वजह जेनेटिक प्रॉब्लम हो सकता है या फिर जब भी कोई ऐसी दवाइयां होती है इसके साइड इफेक्ट से भी पसीना कम आता है. वहीं तीसरी वजह यह है कि जब भी नसों में दबाव या डैमेज होता है, तो इसकी वजह से भी लोगों को कम पसीना आता है. चोट या फिर स्किन से जुड़े किसी तरह की समस्या होने पर भी लोगों को कम पसीना आता है. इसलिए लोगों को डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.
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