TNP DESK: हरे रंग के अतिरिक्त पीला रंग भी सावन के महीने में पहनने का विशेष महत्व रखता है. पीला रंग सुख, समृद्धि और पवित्रता का प्रतीक है. पीला रंग पहनने से मन की शांति, सकारात्मकता और ऊर्जा का संचार होता है. इस रंग को पहनकर आप स्वस्थ और खुशहाल रह सकते हैं. रंगों का हमारे मन और व्यक्तित्व पर गहरा प्रभाव पड़ता है. आज हम पीले रंग की चर्चा कर रहे हैं, पीला रंग एक वरदान है जो सामान्यत: खुशी, उत्साह और ऊर्जा के प्रतीक के रूप में देखा जाता है. जब कोई व्यक्ति पीले कपड़े पहनते हैं, तो इससे उनके व्यक्तित्व और मनोवैज्ञानिक पहलुओं का परिचय होता है. खुशी, उत्साह, आत्मविश्वास, सृजनात्मकता और सामाजिकता गुण, और चरित्र को परिभाषित करते हैं. 

खुशहाली का प्रतीक पीला रंग

  "पहली बात, पीला रंग खुशी और उत्साह से जुड़ा होता है. यह रंग सूर्य की चमक और गर्मी का प्रतीक है, जो सकारात्मकता और जीवन शक्ति को बढ़ावा देता है. जो लोग पीले कपड़े पहनते हैं, वे अक्सर जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं और उन्हें खुश और उत्साहित रहने की प्रवृत्ति होती है." 

आत्मविश्वास बढ़ता है  

पीला रंग व्यक्ति के आत्मविश्वास को दर्शाता है. यह रंग उनकी विचारों को स्पष्ट रूप से प्रकट करने में मदद करता है. पीले कपड़े पहनने वाले लोग अक्सर स्वयं पर विश्वास रखते हैं और बोलने में साहसी होते हैं .  

पीला रंग बौद्धिक ऊर्जा और सृजनात्मकता को बढ़ावा देता है. यह रंग मानसिक उत्तेजना को प्रेरित करता है. विचारशीलता को प्रोत्साहित करता है. जिन भी लोगों को पीला रंग पसंद होता है या फिर जो पीले कपड़े पहनते हैं, वे हमेशा कुछ नया करने के विचार मे रहते हैं .

रिश्तों को संभाले रखने का प्रतीक

पीले रंग के कपड़े पहनने वाले लोग अपने सामाजिक रिश्तों को महत्व देते हैं. वे दूसरों के साथ जुड़ने और नए दोस्त बनाने में प्रवीण होते हैं. उनका मेलजोल व्यक्तित्व उन्हें सामाजिक पहचान प्रदान करता है. पीला रंग मानसिक जागरूकता को भी प्रकट करता है. पीले कपड़े पहनने वाले व्यक्ति मानसिक रूप से सचेत और जागरूक होते हैं. वह भावनाओं को खुलकर व्यक्त करने में विश्वास रखते हैं.