टीएनपी डेस्क (TNP DESK): ईरान से बड़ी खबर सामने आ रही है जहां ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया है. ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी के मुताबिक अजरबैजान से लौटते समय उनका हेलिकॉप्टर रविवार शाम 7 बजे से लापता हो गया था. जिसके बाद रात भर सर्च ऑपरेशन चलाया गया. इस दौरान तीन बचावकर्मी भी लापता हो गए थे. जिसके बाद आज सुबह अजरबैजान की पहाड़ियों में हेलिकॉप्टर का मलबा नजर आय़ा. बता दें कि ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के साथ विदेश मंत्री होसैन अलीराब्दुल्लाहियन समेत 9 लोग सवार थे. जिसमें सभी की मौत हो गई है.

सूचना मिलते ही चीख-चीखकर रोने लगे लोग 

ईरान के राष्ट्रपति रईसी की मौत की घोषणा ईरान की सबसे अहम शिया तीर्थस्थल इमाम रजा के मकबरे से की गई. लेकिन घोषणा करने से पहले ही काफी संख्या में लोग मकबरे के सामने इकट्ठा होकर रईसी की सुरक्षित वापसी की दुआएं मांग रहे थे. लेकिन जैसे ही ही उनके मौत की घोषणा हुई वहां मौजूद सभी लोगों की चीख-चीखकर रोने लगे.  

पहाड़ी इलाके को पार करते समय दुर्घटनाग्रस्त हुई हेलिकॉप्टर

ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी के मुताबिक सैयद इब्राहिम रईसी ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत में यात्रा कर रहे थे. इसी दौरान खराब मौसम में पहाड़ी इलाके को पार करते समय रईसी का हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गई. वहीं हेलीकॉप्टर का मलबा एक पहाड़ी पर मिला. इसके बाद हेलिकॉप्टर में बैठे लोगों की तालाश के लिए लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया गया. कड़ी मशक्कत के बाद  सभी के शव दुर्घटनास्थल से बरामद हो गये हैं. राष्ट्रपति के काफिले में तीन हेलिकॉप्टर शामिल थे. जिनमें से दो तो सुरक्षित लौट आये. जबकि एक हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया दुख

 

इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल में लिखा कि ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैयद इब्राहिम रईसी के निधन से गहरा दुख और सदमा लगा है. भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जायेगा. उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी संवेदना है. दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है.