साहिबगंज: साहिबगंज जिले में इन-दिनों गंगा नदी की प्रलयकारी प्रकोप मानो सब कुछ मिटाने की जिद्द पर अड़ गई है. वही गंगा नदी ने राजमहल प्रखंड क्षेत्र के गदाई दियाराह पंचायत क्षेत्र में निवास करने वाले कुल 14 टोला के 1100 सौ परिवारों के सिर से छत-छीन लिया है और अब तो लोगों के पैरों तले उनके सोना उगलने वाले रत्नगर्भा धरती भी ताश के पत्ते की तरह टुकड़े-टुकड़े हो कर गंगा नदी में समाने लगी है. इतना ही नहीं बल्कि गंगा नदी की प्रलयकारी लहर व बढ़ती जलस्तर से सैकड़ो परिवारों की जिंदगी दांव पर लग गई है. लोगों के पास टापू ही एक सहारा बचा है.वहीं आँखों के सामने गंगा नदी के बर्बादी की यह भयावाह मंजर को देख गदाई दियाराह पंचायत क्षेत्र में बसे लोगों की दिलों की धड़कन तेज हो गई है. तो वहीं दूसरी तरफ मोकिमपुर पंचायत क्षेत्र पर स्तिथ उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय शोभापुर में पढ़ने वाले मासूम बच्चो की जिंदगी नर्क में तब्दील हो गई है.

स्थानीय पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि से लेकर ग्रामीणों का आरोप है कि यह सरकारी विद्यालय पिछले 1 सप्ताह से बंद है,और मास्टर साहब को धरती निगल गया है या फिर आसमान खा गया है किसी को कोई पता नहीं है. वहीं ग्रामीणों ने अविलंब जिला प्रशासन से स्कूल  खुलवाने की मांग की है. 

रिपोर्ट: गोविन्द ठाकुर