टीएनपी डेस्क(TNP DESK): भारत के इतिहास में आज (27.09.2022) का दिन बेहद ही खास है. लंबे समय से चल रही सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही का सीधा प्रसारण की मांग लंबे समय से चल रहा था, जो आज पूरा हो गया. आज से सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही का सीधा प्रसारण यूट्यूब पर (Live Telecast of Supreme Court proceedings on YouTube) किया जा रहा है. आपको बता दें कि आज सर्वोच्च अदालत में 2 बड़े केस की सुनवाई होनी है. जिसमें महाराष्ट्र में शिवसेना को लेकर चल रहे घमासान पर संवैधानिक पीठ की सुनवाई और ईडब्ल्यूएस कोटा पर सुनवाई होनी है. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट के आधिकारिक प्लेटफॉर्म webcast.gov.in/scindia/ पर भी कार्यवाही का प्रसारण होगा.

इन अहम मामलों पर आज होगी सुनवाई

ईडब्ल्यूएस कोटा मामले को चुनौती देने वाली याचिकाओं को भारत के मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित की अध्यक्षता वाली पांच-न्यायाधीशों की पीठ सुनवाई करेगी. वहीं, महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट के मुद्दे पर उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट की याचिकाओं की सुनवाई न्यायमूर्ति डी. वाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पीठ करेगी. वहीं न्यायमूर्ति संजय किशन कौल की अध्यक्षता वाली पीठ राष्ट्रीय राजधानी में अधिकारियों के तबादलों और पोस्टिंग को लेकर दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं को नियंत्रित करने वाले विवादास्पद मुद्दे पर दिल्ली सरकार की याचिका पर सुनवाई करेगी.

LIVE प्रसारण में क्या-क्या देख सकेंगे लोग

सुप्रीम कोर्ट की लाइव कार्यवाही के दौरान आमलोग Youtube पर क्या-क्या देख सकेंगे, ये भी हम आपको बताने वाले हैं. आमलोग कोर्ट में कार्यवाही कैसे होती है. वकील अपने मोवकील की पैरवी कैसे करते हैं. जज साहब फैसला कैसे सुनाते हैं ये सब अब आप घर बैठे देख सकते हैं. ये सब आप webcast.gov.in/scindia/ पर जाकर देख सकते हैं.

लोगों को क्या होगा फायदा

दरअसल, आपके मन में भी ये सवाल आ रहा होगा कि सुप्रीम कोर्ट के लाइव प्रसारण से आमलोगों को क्या फायदा होगा. आपको बता दें कि कोर्ट की कार्यवाही के लाइव प्रसारण से केसों के निष्पादन में जल्दी आयेगी. वहीं, केस की सुनवाई और जजमेंट में पारदर्शिता रहेगी.   

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YouTube से टेलीकास्ट अस्थायी

बता दें कि YouTube से हो रहा ये टेलीकास्ट अस्थायी है. जल्द ही सुप्रीम कोर्ट कार्यवाही के लाइव प्रसारण के लिए अपना प्लेटफार्म बनायेगा. कार्यवाही के सीधे प्रसारण को लेकर CJI ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के पास कार्यवाही को लाइव-स्ट्रीम करने के लिए अपना मंच होगा और YouTube का उपयोग अस्थायी है.

चार साल पहले उठी थी मांग

सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही लाइव करने की मांग काफी लंबे समय से चल रही थी. बता दें कि आज से ठीक चार साल पहले 27 सितंबर, 2018 को भारत के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने एक पीठ का नेतृत्व करते हुए संवैधानिक महत्व के मामलों में महत्वपूर्ण कार्यवाही के लाइव टेलीकास्ट या वेबकास्ट पर ऐतिहासिक निर्णय दिया था. इसमें कहा गया था कि सूरज की रोशनी सबसे अच्छा कीटाणुनाशक है.

पूर्व सीजेआई ने जताया था अफसोस 

26 अगस्त को अपने विदाई भाषण में पूर्व सीजेआई एनवी रमण ने कहा था कि भारी मात्रा में अदालतों में लंबित मामले बड़ी चुनौती हैं. उन्होंने इस बात के लिए अफसोस जताया था कि वे मामलों की सूचीबद्धता व सुनवाई के मुद्दों (listing and posting issues) पर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं दे सके. पूर्व सीजेआई ने कहा था कि इसका हल निकालने के लिए आधुनिक तकनीकी साधन और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस टूल्स का इस्तेमाल करने की जरूरत है. हमने कई तरीके विकसित करने का प्रयास किया, लेकिन सुरक्षा व प्रतिस्पर्धात्मकता जैसे कुछ मुद्दों के कारण बहुत ज्यादा कुछ नहीं कर सके.