टीएनपी डेस्क(TNP DESK): देश में पिछले दिनों तब बड़ा हड़कंप मच गया था, जब NIA और ED ने देश के 11 राज्यों में छापेमारी करते हुए PFI के 100 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था. इसके विरोध में PFI ने बीते दिन बंद भी बुलाया था और कई जगह हिंसक प्रदर्शन भी देखने मिला था. मगर, अपनी जांच के दौरान NIA ने एक ऐसा खुलासा किया है, जिसने PFI के आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने का शक और भी पुख्ता कर दिया है.

रैली का माहौल बिगाड़ने के लिए दी गई थी ट्रेनिंग

जानकारी के मुताबिक, NIA की जांच में खुलासा हुआ है कि इस साल पटना में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली PFI के टारगेट पर थी. इसके लिए बकायदा PFI ने लोगों को ट्रेनिंग भी दी थी कि ताकि रैली का माहौल खराब किया जा सके. NIA द्वारा केरल से गिरफ्तार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के मेंबर शफीक पैठ से पूछताछ में ये बड़ा खुलासा हुआ है. शरीफ के अनुसार, PFI लीडर रैली के दौरान माहौल बिगाड़ना चाहते थे. इसके लिए बाकयदा बैनर-पोस्टर भी बनाए गए थे. 

बता दें कि इसी साल 12 जुलाई को पटना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली थी. जांच के दौरान पता चला कि रैली का माहौल बिगाड़ने के लिए PFI के अकाउंट में एक साल में करीब 120 करोड़ रुपए जमा किए गये थे. ये भी पता चला कि जितना पैसा अकाउंट में जमा किया गया उससे दुगना पैसा कैश के रूप में जमा किया गया था.   

विदेशों से हो रही थी फंडिंग

जानकारी के मुताबिक, NIA की जांच में पता चला है कि ये पैसे सिर्फ देश के अलग-अलग शहरों से नहीं आ रहे थे, बल्कि इसकी फंडिंग विदेशों से भी हो रही थी. और इन सारे पैसों का इस्तेमाल देश विरोधी गतिविधियों में हो रहा था. जांच में ये भी पता चला है कि जांच एजेंसियों से बचने के लिए PFI ने अलग-अलग और भी कई सारे संगठन तैयार कर लिए थे, जिसका उद्देश्य आतंकी एजेंडा चलाना था.