झुमरी तिलैया (JHUMRI TILAIYA) - पूर्व मध्य रेलवे के लिए बजट 2022-23 के प्रावधानों के बारे में मुख्य संपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने पूर्व मध्य रेल परियोजनाओं में यात्री सुविधा, संरक्षण आधारभूत संरचना के उन्नवयन कार्य के लिए की गई राशि आवंटित की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पूर्व मध्य रेलवे के लिए 6549 करोड़ रुपए की राशि आवंटित की गई है. यह गत बजट 2021-22 की आवंटित राशि की तुलना में लगभग 35 प्रतिशत अधिक है. वहीं आतंरिक संसाधानों पीपीपी सहित अन्य माध्यमों से 6057 करोड़ निवेश किए जाएंगें. इस प्रकार दोनों मिलाकर 12.606 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया.
तिलैया के लिए 275 करोड़ बजट में मिली राशि
मुख्य संपर्क अधिकारी ने बताया कि राज्यवर बजट आवंटन के दृष्टिकोण से देखा जाए तो झारखण्ड राज्य में चल रही नई रेल लाइनों के निर्माण, अमन परिवर्तन और दोहरीकरण से जुड़ी 57 परियोजनाएं शामिल हैं. नई रेललाइन परियोजना के लिए 3438 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं. इसमें दिसम्बर 2022 तक पूरी की जाने वाली कुछ महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं में झारखण्ड के कोडरमा, रांची नई रेललाइन के तहत 25 किमी लाइन बिछाने का कार्य पूर्ण किया जाएगा. इसके साथ ही कोडरमा हजारीबाग टाउन के रास्ते तीसरा विकल्प यात्रियों को मिल जाएगा. वहीं कोडरमा से रांची 202 किमी में कुल लागत 3377 करोड़ हैं जिसमें इस वर्ष के बजट से 55 करोड़ की राशि प्राप्त हुई है. वहीं कोडरमा तिलैया 65 किमी रेल परियोजना 1625.87 करोड़ रुपए की है. इस बजट में 275 करोड़ का आवंटन दिया गया है. इसी प्रकार पारसनाथ से मघुवन गिरिडीह 49 किमी की रेल परियोजना 971.52 करोड़ की है जिसमें 50 करोड़ की राशि प्राप्त हुई है. इसके अलावा दोहरीकरण के लिए धनबाद, कोडरमा, सोननगर तिहरी लाइन 291 किमी के लिए 1085 करोड़ उपलब्ध हुई है.
पारसनाथ से मधुवन होकर गिरिडीह तक रेल सफर का ख्वाब बनेगा हकीकत
जैनियों का सबसे बड़ा तीर्थ स्थल पारसनाथ से मधुवन और मधुवन से गिरिडीह तक रेलगाड़ी का सफर हकीकत में बदल गया है. गत बजट में प्रांरभिक फंड की स्वीकृति दी गई थी और अब केन्द्र सरकार के ग्रीन सिंग्नल के तहत 2022-23 के बजट में 50 करोड़ प्राप्त हुआ है. पारसनाथ से मधुवन होकर गिरिडीह तक रेल परियोजना स्वीकृति लागत 451.45 करोड़ रुपये है. 2019 में इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया गया और दो तीन बजट में इस परियोजना को महज एक-एक हजार की स्वीकृति मिल रही थी. विभागीय अधिकारी बताते हैं कि 1000 की फंड वैसी रेल परियोजना के लिए स्वीकृत होती है जिस वर्तमान समय में काम शुरू नहीं होना है. लेकिन इस परियोजना को कोडरमा गिरिडीह लाइन से जोड़ा जायेगा. ताकि लोग गिरिडीह मधुपुर होते हुए मैन लाइन पटना आसनसोल के रास्ते देश के किसी भी स्थल के लिए सफर कर सकते हैं.
रिपोर्ट : अमित कुमार, कोडरमा(झुमरी तिलैया)
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