लोहरदगा (LOHARDAGA) - जिला के अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र पेशरार में नेटवर्क की समस्या अभियान में बहुत बड़ी बाधा है. इन इलाकों में जाने का मतलब ही है कि आपके फोन में दूर-दूर तक नेटवर्क नहीं आएगा. झारखंड बने भले 21 वर्ष गुजर गए हो लेकिन आज भी पेशरार कई मायनों में पिछड़ा हुआ है. इस इलाके में नेटवर्क का ना होना एक बड़ी समस्या है. किसी भी कंपनी का नेटवर्क इस इलाके में नहीं है. किसी तरह से जियो और बीएसएनएल का नेटवर्क कुछ कुछ पॉइंट पर पकड़ता है, लेकिन वो भी इररेगुलर.
नेटवर्क बना समस्या
इन दिनों अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र पेशरार में पुलिस द्वारा नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा हैं. पुलिस और प्रशासन बल से तो मजबूत हैं लेकिन इन सुदूरवर्ती इलाकों में communication नेटवर्क नहीं होना इनके लिए एक बड़ी समस्या बना हुआ हैं. बात दें कि पेशरार का यह इलाका नेटवर्क के समस्या से लंबे समय से जूझ रहा है. इस पर पेशरार थाना प्रभारी ऋषि कुमार का कहना हैं कि अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण पेशरार में अभियान चलाया जा रहा है. इसके लिए पेशरार के जंगलों में जवान और नक्सली के बीच लगातार मुटभेड़ जारी हैं. ऐसे में जंगल के बीच जवान और थाना में मौजूद पुलिस के बीच संपर्क बने रहना अतिआवश्यक है. लेकिन नेटवर्क की समस्या के कारण दोनों के बीच संपर्क होने में काफी दिक्कत होती है. इसके साथ ही गांव के लोगों को भी अपनी समस्या थाना तक पहुंचाने में परेशानी होती है.
पहल की जरूरत
इस दिशा में सरकार को पहल करने की आवश्यकता है. ताकि यहां के आदिम जनजाति के लोग दुनिया से जुड़ सकें और अपनी समस्याओं का निष्पादन कर सके. साथ ही पुलिस प्रशासन त्वरित गति से मामलों के निष्पादन की दिशा में कार्य कर सकें.
रिपोर्ट : गौतम लेनिन, लोहरदगा
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