पलामू  (PALAMU)  : मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मंगलवार को टीका लगते ही एक नवजात की मौत हो गयी. सोमवार को सिजेरियन ऑपरेशन से उसका जन्म हुआ था. मंगलवार की सुबह उसे बीसीजी और पोलियो का टीका दिया गया था. दोपहर में उसकी मौत हो गयी. घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर टीका देने में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.

टीका लगाने के बाद पस्त पड़ गई बच्ची

बताया जाता है कि जिले के चैनपुर निवासी राजदेव पासवान की पत्नी ज्योति देवी (26वर्ष) ने सोमवार की शाम सिजेरियन ऑपरेशन के बाद बच्ची को जन्म दिया. डिलेवरी के बाद जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ थे. मंगलवार की सुबह बच्ची की दादी बुधनी देवी ने उसे बीसीजी और पोलिया का टीका दिलाया. टीका दिलवाने के बाद बच्ची रोने लगी और पस्त पड़ गई. उसकी दादी सोची कि सो गई. कुछ देर बाद जब बच्ची को दादी हिलाने डुलाने लगी तो हाथ पैर नहीं हिला रही थी. बुधनी देवी ने बताया कि टीका दिलाने से पहले बच्ची को पाउडर और काजल लगाई थी. बच्ची उस समय तक स्वस्थ थी. आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी बच्ची को एक्सपायर डेट का टीका दिया गया या फिर सही जगह नहीं दिलाया. इसी कारण बच्ची की मृत्यु हो गई. चाचा कन्हाई साव ने कहा कि डिलीवरी होने के बाद नर्स से जब पानी और दवा चढ़ाने के लिए बोला गया तो कोई नहीं सुनी और पेसेंट तड़पती रही. ज्योति देवी की यह तीसरी संतान थी. पहली संतान की भी मौत हो चुकी है.  अब एक बच्ची 5 वर्ष की सिवानी कुमारी ही है.  घटना के बाद परिजनों को रो रो कर बुरा हाल है.

निमोनिया से मौत की आशंका - सुपरीटेंडेंट

इधर, एमआर एमसीएच के सुपरीटेंडेंट डा. दिलीप कुमार ने बताया कि उन्होंने टीका देने के मामले की जांच की है. सबकुछ ठीक पाया गया.
 आशंका व्यक्त की जा रही है कि सिजेरियन ऑपरेशन होने के कारण बच्ची की मां सो कर उसे दूध पिलायी होगी. दूध पिलाने के बाद कंधे पर रखकर बच्चे को थपकी देना होता है. महिला उठ नहीं पाने की स्थिति में ऐसे ही बच्ची को सुला दी होगी. नतीजा बच्ची के नल्ली में दूध चला गया होगा. इससे निमोनिया हो जाता है. निमोनिया से बच्ची की मौत होने की आशंका है.