रांची (RANCHI ) : राज्य में कोयले की तस्करी जोरों पर हो रही है. कितनी ही बार अवैध कोयले से भरी गाड़ियों को पुलिस पकड़ती है. लेकिन, कहीं ना कहीं पुलिस की भी संलिप्ता इसमें उजागर होती रही है. इसी के मद्देनजर भाकपा के राज्य सचिव सह पूर्व सांसद भुवनेश्वर मेहता ने एक प्रेस वार्ता कर सरकार पर कड़ा प्रहार किया है. उन्होंने कहा कि झारखंड में अवैध खनन एवं कोयले की तस्करी धड़ल्ले से जारी है. चतरा, हजारीबाग, रामगढ़, बोकारो, धनबाद, दुमका, गिरिडीह में पुलिस और प्रशासन की गठजोड़ से 500 से अधिक ट्रकों द्वारा अवैध कोयले की तस्करी कर बनारस और डेहरी ऑन सोन के मंडियों में भेजा जा रहा है.

चाल धंसने से हुई थी मजदूरों की मौत

अभी हाल ही में निरसा में 50 फीट से अधिक गहरी चाल धंस गई थी, जिसमें 10 से 12 मजदूरों की मृत्यु हो गई थी. धनबाद जिला के महुदा में ही फिर चाल धंसने 2 लोगों की मृत्यु हो गई. इसके बावजूद भी अवैध खनन बंद नहीं हुआ. झारखंड में रामगढ़, बोकारो, धनबाद, गिरिडीह, चतरा, में धड़ल्ले से अवैध कोयला तस्करी का व्यापार चल रहा है. रामगढ़ के झारखंड इस्पात कारखाना अरगड्डा, जय मां चिन्मस्तिका हेसला, आलोक स्पंज कारखाना, रामगढ़ आयरन एंड स्पंज गिद्दी और श्रीराम आयरन एंड सपंज में नित्यदिन सैकड़ों ट्रक अवैध कोयला रात में तस्करों के द्वारा सप्लाई किया जाता है. दो नंबर के कोयले को एक नंबर का कोयला बनाकर बनारस की मंडियों में भेजा जाता है.

मुख्य सचिव ने तस्करी रोकने का दिया था निर्देश

कुछ दिनों पहले ही झारखंड के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश जारी किया था कि अवैध कोयले की तस्करी पर रोक लगाएं. लेकिन, मुख्य सचिव के निर्देश के बाद भी एक दो ट्रकों को दिखावे के लिए पकड़ा गया, लेकिन अवैध खनन बन्द नहीं हुआ. कोयले के अवैध तस्करी के कारण सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व की हानि हो रही है. लेकिन, पुलिस प्रशासन को करोड़ो की कमाई हो रही है. इसलिए हम सरकार से मांग करते हैं कि अवैध खनन और अवैध कोयले की तस्करी पर रोक लगाएं. साथ ही इसमें संलिप्त प्रशासन के अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करे. इस प्रेस वार्ता में अजय सिंह, शम्भू कुमार और राजद के वरीय उपाध्यक्ष राजेश यादव शामिल थे.