धनबाद(DHANBAD) - ग्यारहवां  कोयला वेतन समझौता के लिए बुधवार को पांच घण्टे तक दिल्ली में  चली.  बैठक में पूर्व की तरह  पांच साल के लिए वेतन समझौता पर ही सहमति बन गई  है. कोल इंडिया प्रबन्धन  दस साल का वेतन समझौता करना चाहता था.  बीएमएस समेत अन्य यूनियन के प्रतिनिधियों ने इसका विरोध किया तथा अंत में गहन मंथन के बाद पूर्व की तरह  पांच साल के लिए वेतन समझौता पर ही सहमति बनी. कोल इंडिया अध्यक्ष का कहना था कि वर्तमान में कम्पनी की स्थिति ठीक नहीं है, इसलिए मिनिमम गारंटी बेनिफिट अर्थात एमजीबी पांच प्रतिशत दे पाएंगे, बीएमएस के केपी गुप्ता ने कहा कि पिछले समझौते में कम्पनी पर 4800 करोड़ का लोड पड़ा था. इस बार सिर्फ तीन हजार करोड़ का ही भार  पड़ रहा है. बैठक में कोल इंडिया अध्यक्ष प्रमोद अग्रावाल, डीपी, सभी सीएमडी के अलावा बीएमएस के के लक्ष्मा रेड्डी, केपी गुप्ता, सुरेंद्र पाण्डेय,  एटक के रमेंद्र  कुमार व अन्य, सीटू से अरूप चटर्जी व अन्य, एचएमएस से नाथूलाल पाण्डेय, सिद्धार्थ गौतम समेत अन्य उपस्थित मौजूद थे. अगली बैठक अप्रैल में करने पर भी सहमति हुई है. 

रिपोर्ट : सत्य भूषण ,धनबाद