धनबाद ( DHANBAD) - बहुचर्चित नगदा खान हादसे की 15वीं बरसी पर आज शहीद हुए 50 श्रमिकों को श्रद्धांजलि दी गई. रोते बिलखते परिजन शहीद बेदी स्थल पर पहुँचे तथा पुष्प अर्पित कर नमन किया. 6 सितंबर 2006 को रात साढ़े सात बजे बीसीसीएल के पश्चिमी मुनीडीह क्षेत्र अंतगर्त भाटडीह की नगदा खदान में मिथेन गैस के भयंकर विस्फोट से पलक झपकते ही 50 कोलकर्मी मौत के आगोश में समा गए थे. सोमवार को उक्त घटना को पूरे 15 वर्ष हो गये. 15 वीं बरसीं पर परिजनों के साथ बीसीसीएल के सीएमडी पी एम प्रसाद, डीटी चंचल गोस्वामी, जीएम जेएस माहापात्रा तथा श्रमिक संगठनों में राकोमसं के महामंत्री एके झा, निरसा के पूर्व विधायक सह जेबीसीसीआई सदस्य अरुप चटर्जी, बिहार कोलियरी कामगार यूनियन के संयुक्त सचिव मानस चटर्जी, मनोहर तिवारी, जैनल अंसारी, विद्याप्रकाश पाण्डेय, जनप्रतिनिधियों मे कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो, बीजेपी के शत्रुघन महतो, धनेश्वर महतो, जनता मजदूर संघ के सुभाष राय, निर्मल रवानी, काली सिंह सहित कोल कर्मियों ने शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर शहीदों को नमन किया। देश के बड़े खान हादसों में नगदा खान हादसा भी शुमार है. जहां भूमिगत कोयला खनन के दौरान कोल मजदूर दर्दनाक हादसें का शिकार हुए. अभी इस मामले के दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई है. जबकि DGMS ने इसकी जांच पूरी कर रिपोर्ट वर्षो पहले सरकार को सौंप दी थी. मृतक के परिजनों को मुआवज़ा व नौकरी तय मापदंड के अनुसार बीसीसीएल ने दी है.
बीसीसीएल की नगदा खान हादसे की 15वीं बरसी पर शहीद श्रमिकों को दी गई श्रद्धांजलि

Recent Comments