धनबाद (Dhanbad) - चक्रवाती "गुलाब "कोयलांचल के लोगों की रोज की जिंदगी में कांटे ही कांटे बिछा दिया है. पठारी इलाका होने के बावजूद पानी से खतरा बढ़ता जा रहा है. कोलियारियों की सुरक्षा पर भी खतरा मंडराने लगा है. सड़क और तालाबों में कोई अंतर नही दिख रहा है.सड़क जान कर अगर कोई चालक किसी तालाब में घुस जाय,तो कोई आश्चर्य नहीं होगा. राजगंज से लेकर बंगाल सीमा तक तबाही मची हुई है. वैसे बंगाल में भी भारी तबाही है.पानी के कारण कतरास में गजलीटाड और लोदना की बागड़िगी कोलियारियो में हादसे हो चुके है.दोनो जगहों पर लगभग 90 लोगो की मौते हुई थी. बुधवार की सुबह से वर्षा शुरू हुई है,वह लगातार जारी है. शहर के रिहायशी इलाके हो या ग्रामीण क्षेत्र,सब जगह पानी ही पानी है. कई घरों में तो पानी ने अपना डेरा बना लिया है. पूरा शहर बिजली और पेयजल संकट से जूझ रहा है।लोग घर में ही कैद रहना चाहते है। कार्यालयों में मौजूदगी नगण्य है।घरों के इन्वर्टर फेल हो गए है।जनरेटरों की सांसे फुल रही है. सबसे बिजी सड़क सिटी सेंटर से बरवाअड्डा जाने वाली धैया रानी बांध तालाब और सिंफर सामने का हाल वीडियो में दिख रहा है. शहर के प्रतिष्ठित आईआईटी आईएसएम के पास रानी बांध तालाब के पास तो मछुवारे मुख्य सड़क पर अपने बंसी से मछली मारते देखे गए. यह हाल बुधवार से ही बना हुआ है.शहर में निगम के दावों का "गुलाब" ने पोल खोलकर रख दिया है. प्रकृति की "मेहरबानी" जल्द नही थमी तो परेशानी कई गुना अधिक हो जाएगी. इधर केंदुआडीह राजपूत बस्ती में भू धंसान की घटना हुई है. जहां एक पूरा परिवार जमींदोज होने से बाल बाल बचा है. दूसरी ओर बेकार बांध ग्रेवाल कॉलोनी पानी मे डूबी हुई है. धनबाद से लेकर निरसा तक निचले इलाकों में पानी से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए है. मैथन डैम ,पंचेत डैम और तोपचांची झील में पानी का जलस्तर बढ़ गए हैं कई जगहों पर अतिरिक्त फाटक खोल कर पानी की निकासी कराई जा रही है. खदानों और ओसीपी कोलियरी क्षेत्रों में खनन प्रभावित नहीं हो इसलिए मोटर लगाकर पानी की निकासी कराई जा रही है कई जगह कोयला उत्पादन भी प्रभावित हुए हैं. चक्रवात तूफान और मूसलाधार बारिश की वजह से कॉल सिटी धनबाद अस्त व्यस्त हो गई है. निरसा के कुमारधुबी झिलिया नदी से फिर बाढ़ आ गई है. दर्जनों घरों में पानी प्रवेश कर गई है.,अब तक कोई लोगों को देखने कोई भी वरीय प्रशासनिक पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि नहीं आया सामने. इसको लेकर लोगों में काफ़ी आक्रोश है.
रिपोर्ट : अभिषेक कुमार ,ब्यूरो चीफ ,धनबाद
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