धनबाद(DHANBAD):  धनबाद बैंक मोड़ थाने के प्रभारी रहे प्रमोद कुमार सिंह की जबावी फायरिंग में  गैंगस्टर अमन साहू  मारा गया. फिलहाल वह एटीएस में डीएसपी  है.  बताया जाता है कि अमन साहू ने एक पुलिसकर्मी से इंसास राइफल छीन ली थी. वह तबाही मचाता ,उसके पहले ही ढेर हो गया.   इस दौरान एक जवान को गोली भी लगी  है.  जवान के जांघ  में गोली लगी बताई गई है. सिपाही का  इलाज चल रहा है.  इससे पहले की  इंसास राइफल लेकर अमन साहू फायरिंग करता, प्रमोद कुमार सिंह ने मोर्चा संभाला और जवाबी फायरिंग शुरू कर दी.  जवाबी फायरिंग में अमन साहू ढेर  हो गया.  

प्रमोद कुमार सिंह जब धनबाद बैंक मोड़ के थाना प्रभारी थे, तो मुथूट फाइनेंस में भी डाका  डालने की कोशिश हुई थी.  इसकी सूचना बैंक मोड़ पुलिस को मिली, फिर तो उन्होंने बिना विलंब किए, बिना फोर्स का इंतजार किये.  घटनास्थल की ओर पैदल ही भागे.  उस समय डकैत मुथूट फाइनेंस कार्यालय के ऊपर चढ़ चुके थे.  कर्मचारियों को बंधक बना लिया था.  बैंक मोड़ पुलिस के लिए अपराधियों से निपटना एक चुनौती पूर्ण कार्य था.  लेकिन प्रमोद कुमार सिंह ने हिम्मत नहीं हारी और डकैतों को जब पता चला कि पुलिस पहुंच गई है.  तो वह भागने लगे.  भागने के क्रम में एक डकैत प्रमोद कुमार सिंह की गोली से मारा  गया था.  उस समय धनबाद के एसएसपी संजीव कुमार थे. 

एसएसपी और पुलिस अधिकारी भागे -भागे  घटनास्थल पर पहुंचे.  जो डकैत मारा  गया था, वह धनबाद के भूली का रहने वाला था.  इसके ठीक पहले डकैतों ने धनसार की   एक गहने की  दुकान में लूटपाट की थी.  उसके बाद मुथूट फाइनेंस में डाका  डालने की योजना बनाई थी.  मुथूट फाइनेंस में कार्यालय खुलने के पहले अपराधी पहुंच गए थे और एक-एक कर्मचारी को हथियार की  नोक पर ऊपर ले गए और उन्हें रस्सी से बांध दिया था.  कई  के मुंह में टेप भी साट   दिया था.  इसके बाद प्रमोद कुमार सिंह ने चतुराई से काम  लिया और इस डकैती की घटना को विफल कर दिया था. दो डकैत जिंदा भी पकड़े गए थे.  यह सभी बिहार से एक कार  से धनबाद पहुंचे थे और डकैती डालने मुथूट फाइनेंस पहुंच गए थे.  लेकिन उनके मनसूबे  पर पानी फिर गया था. 

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो