जमशेदपुर(JAMSHEDPUR ):दलमा बुरु सेंदरा समिति की एक अहम बैठक परसुडीह स्थित गदरा गांव दलमा राजा राकेश हेंब्रम के घर पर हुई. बता दे पारंपरिक ढोल नगाड़े के साथ इस बैठक की शुरुआत हुई. बैठक में दलमा राजा राकेश हेंब्रम के अलावा गांव के प्रधान माझी बाबा बैठक में उपस्थित हुए. पारंपरिक वन देवी देवताओं की पूजा कर सेंदरा पर्व की तिथि की घोषणा की गई है. बैठक में तय किया गया कि इस बार सेंदरा पर्व 5 मई को मनाया जाएगा. दलमा राजा राकेश हेब्रम ने कहा कि वर्षों पुरानी हमारी यह परंपरा है ,और पूजा पाठ के साथ इसकी शुरुआत होती है. उन्होंने बताया कि हम लोगों ने खजूर के पत्ते दे कर लोगों को निमंत्रण दिया है.
ओडिशा बंगाल और झारखंड के सेंदरा वीर दलमा में करेंगे शिकार
इस सेंदरा पर्व में ओड़िशा बंगाल और झारखंड के विभिन्न जिलों से सेंदरा वीर दलमा की पहाड़ी में चढ़ाई करेंगे और शिकार करेंगे.वही बैठक में राकेश हेंब्रम ने कहा यह परंपरा सेंदड़ा पर्व को बचाने के लिए, सरना धर्मकोड को बचाने के लिए जितने भी ग्राम प्रधान मुंडा मंकी मांझी बाबा सभी ग्राम वासी एकजुट होकर पर्व को बचाने के लिए उपस्थित होंगे. अगर एक जुट नहीं होंगे तो आदिवासी के इस पर्व को बचाना मुश्किल है. सरकार नहीं बचाएगी, इसे हम आदिवासी ही बचाएंगे. वही दलमा में बाघ होने के सवाल पर कहा कि हम लोगों ने अपने ग्राम देवता देवी देवताओं की शक्ति से देखा है की बाघ नहीं है. यह खाली अफवाह है और हम लोग का सेंदरा वीर दालम में चलेंगे अगर कोई घायल होता है ,तो समझा जा सकता है कि बाघ है. अगर नहीं घायल होते हैं तो समझिए केवल अफवाह है.
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