धनबाद (DHANBAD) : कोल इंडिया के एक नए आदेश से विवाद की शुरुआत हो गई है. अब कोल इंडिया और उसकी सहायक कंपनियां के केवल उन कर्मचारियों को ही सेटलिंग भत्ता मिलेगा, जो कंपनी के क्वार्टर या लीज वाले आवास में रहते है. बाकी लोगों को सेटलिंग भत्ता नहीं मिलेगा. बता दें कि सेटिंग भत्ता का भुगतान एक ही बार सेवा काल में होता है. यह सेवानिवृत्ति के समय मिलता है. यह बात अलग है कि सेटिंग भत्ता पहले 12,000 था. उसे बढ़ाकर 20,000 कर दिया गया है. कोल इंडिया के महाप्रबंधक (जनशक्ति एवं औद्योगिक संबंध) ने 20 अगस्त को सभी कंपनियों के सीएमडी और निर्देशक को पत्र भेज कर, इसे लागू करने को कहा है. 

निर्णय तो पहले ही हो गया था लेकिन लेटर अब जारी हुआ है 
 
पत्र जारी होने की तिथि से ही इसे लागू माना जाएगा. सूत्र बताते हैं कि सेटलिंग भत्ता पर 31 जुलाई को ही आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया था. लेकिन अब क्रियान्वित करने के लिए आदेश जारी किया गया है. ट्रेड यूनियन नेताओं ने इस आदेश पर सवाल उठाया है. उनका कहना है कि पहले सभी कोयलाकर्मियों को सेटलिंग भत्ता मिलता था, लेकिन नए आदेश में सिर्फ उन्ही  कर्मियों को सेटलिंग भत्ता भुगतान करने का आदेश है, जो कंपनी के क्वार्टर अथवा लीज वाले आवास में रहते है. यह सही नहीं होगा. इसका विरोध किया जाएगा. 

फिलहाल कोलियरियों में बोनस की रकम पर भी चल रही चर्चा 

बता दें कि अभी कोल इंडिया और उसकी अनुषंगी कंपनियों में बोनस को लेकर खूब चर्चा चल रही है. इस बार दुर्गा पूजा में कितना बोनस मिलेगा, इसकी गणना की जा रही है. कोल इंडिया के मुनाफे और पीछे के सालों के आंकड़े को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि 2025 में कोयलाकर्मियों को बोनस₹1,00,000 के आसपास मिल सकता है. हालांकि अंतिम निर्णय तो मानकीकरण समिति की बैठक में लिया जाएगा. यह बैठक भी अगले महीने दिल्ली में प्रस्तावित है. 

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो