हजारीबाग (HAZARIBAGH): हजारीबाग में वन भूमि की अवैध खरीद-बिक्री और गलत तरीके से म्यूटेशन कराने से जुड़े मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है. एसीबी ने इस केस के प्रमुख आरोपी और ऑटोमोबाइल कारोबारी विनय सिंह से जेल में जाकर पूछताछ की अनुमति कोर्ट से मांगी थी. एसीबी का आग्रह था कि उन्हें पांच दिनों तक विनय सिंह से पूछताछ करने दी जाए, लेकिन कोर्ट ने यह अनुमति देने से मना कर दिया. अब एसीबी विनय सिंह से जेल में पूछताछ नहीं कर सकेगी.
यह मामला उस समय का है, जब आईएएस विनय चौबे हजारीबाग के डीसी थे. इस केस में विनय सिंह और उनकी पत्नी स्निग्धा सिंह को एसीबी ने आरोपी बनाया है. एसीबी के अनुसार जिस भूमि को लेकर मामला दर्ज किया गया है, वह दोनों के नाम पर है.
विवादित जमीन हजारीबाग के सदर अंचल के थाना नंबर 252 में स्थित है. इसमें खाता नंबर 95 के प्लॉट नंबर 1055, 1060 और 848 शामिल हैं, जिनका कुल रकबा 28 डिसमिल बताया गया है. इसके अलावा खाता नंबर 73 के प्लॉट नंबर 812 का रकबा 72 डिसमिल है. यह जमीन बभनवे मौजा के हल्का नंबर 11 में आती है.
एसीबी का दावा है कि इन सभी प्लॉटों पर विनय सिंह और उनकी पत्नी का कब्जा है और वर्तमान में इसी जमीन पर नेक्सजेन का शोरूम संचालित हो रहा है. कोर्ट के फैसले के बाद अब एसीबी को जांच के लिए आगे नई रणनीति बनानी पड़ेगी.

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