धनबाद(DHANBAD) : कांग्रेस के नवनियुक्त झारखंड प्रभारी के राजू रविवार को दुमका में यह कहकर सनसनी फैला दी है कि झारखंड कांग्रेस में भी भाजपा के "स्लीपर सेल" काम करते है. उन्हें चिन्हित कर निकालने का काम अब शुरू होगा. उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अहमदाबाद में शनिवार को कहे गए वक्तव्य का भी जिक्र किया. मतलब साफ है कि कांग्रेस पार्टी अब पूरे देश में संगठन में नए तरह के बदलाव पर काम कर रही है. इसके लिए पार्टी कुछ नुकसान के लिए भी शायद मानसिक रूप से तैयार है. और शायद, इसीलिए झारखंड और बिहार के भी प्रभारी को बदल दिया गया है. अहमदाबाद में राहुल गांधी का वक्तव्य बहुत कड़ा था. उन्होंने पार्टी संगठन में बड़े बदलाव का संकेत दिया है. यहां तक कह दिया कि कांग्रेस पार्टी रेस के घोड़े को बारात में लगा देती है, और जो बारात के घोड़े होते, उन्हें रेस में दौड़ा दिया जाता है.
राहुल गाँधी ने अहमदाबाद में अपनी ही पार्टी पर बोला हमला
अहमदाबाद में तो उन्होंने अपने ही पार्टी पर जमकर हमला बोले. यहां तक कि कई नेताओं को भाजपा की बी टीम तक कह दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कई बब्बर शेर हैं, लेकिन सभी चेन से बंधे है. अहमदाबाद में राहुल गांधी ने यह भी कहा कि ऐसे नेताओं को अगर बाहर करना पड़े, तो कर दिया जाना चाहिए. राहुल गांधी के वक्तव्य का असर पूरे देश में हुआ है और कांग्रेस में जनता से कटे लोगों की अब खैरियत नहीं रहेगी, ऐसा महसूस होने लगा है. राहुल गांधी ने अहमदाबाद में अपने ही नेताओं को कहा कि कई बड़े नेता, जो अलग-अलग स्तर पर अध्यक्ष बने बैठे हैं, वह चाहे जिला अध्यक्ष हो, ब्लॉक अध्यक्ष हो , उनमें दो तरह के नेता है. पहले जो सीधे जनता से जुड़े हुए हैं और जिनके दिल में कांग्रेस है. दूसरी तरह के नेता वह है, जो जनता से कटे हुए है. जनता के मुद्दों को बारे में उनको कुछ भी पता नहीं है. जनता के बीच जाते नहीं है, और इनमें से भी आधे ऐसे हैं, जो भाजपा के लिए काम करते है.
झारखंड के कांग्रेस प्रभारी के राजू के इस कथन का क्या है मतलब
तो क्या झारखंड के कांग्रेस प्रभारी के राजू ने दुमका में जो कहा, उसका गंभीर मतलब है. यहां बता दें कि के राजू झारखंड के सभी प्रमंडलों का दौरा करने के बाद रविवार को दुमका पहुंचे है. संथाल परगना ही इस क्रम का उनका अंतिम दौरा है. मतलब साफ है कि अन्य प्रमंडलों में नेता और कार्यकर्ताओं से बातचीत के बाद उन्हें निश्चित रूप से कोई ना कोई संकेत मिले है. जिसकी वजह से उन्होंने कह दिया कि झारखंड में भी भाजपा के "स्लीपर सेल" काम करते है. अब सवाल उठता है कि क्या कांग्रेस पार्टी इनकी पहचान कर चुकी है अथवा इनकी पहचान की कार्रवाई शुरू की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की शिकायत है कि उनकी बातें सरकार में सुनी नहीं जाती. मंत्री तक उनके फोन नहीं उठाते है. लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा. विधायकों को भी जिम्मेदार बनाया गया है और कांग्रेस कोटे के मंत्रियों को भी जिम्मेवारी दी गई है. दुमका में के राजू ने यह भी कहा कि चाहे कोई भी विधायक किसी भी दल से बना हो, लेकिन उसे कांग्रेस का वोट जरूर मिला है. क्योंकि झारखंड में कांग्रेस का अपना जनाधार है और उसका फ़ायदा गठबंधन को निश्चित रूप से मिला है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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