TNP DESK- इसी माह की 2 तारीख को देवघर के बाबा मंदिर में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी ने अपने लोगों के साथ पूजा अर्चना की. दोनों सांसदों पर पंडा धर्म रक्षिणी सभा के पूर्व महामंत्री कार्तिकनाथ ठाकुर ने आरोप लगाया कि निकास द्वार से वहां मौजूद पुलिस और दण्डाधिकारी को धक्का मुक्की कर के जबरन मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश किया गया।जिससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई और पूजा बाधित किया गया. इस दौरान भगदड़ जैसा माहौल उत्पन्न हो गया था. कार्तिकनाथ ठाकुर के लिखित शिकायत के बाद कल ही 7 अगस्त को बाबा मंदिर थाना में एफआईआर दर्ज हुआ था. सांसद निशिकांत दुबे अपने ऊपर एफआईआर दर्ज होने के बाद आज वे स्वयं अपनी गिरफ्तारी देने थाना पहुँच गए. लगभग आधा घंटा थाना में रहने के बाद निशिकांत दुबे वहां से निकल गए. इस बीच सांसद ने थाना प्रभारी एस एन कामत से यह जानना चाहा कि किस आधार पर उनके ऊपर एफआईआर हुआ है. लेकिन कोई स्पष्ट जवाब उन्हें नहीं मिला. पुलिस की माने तो कोर्ट बंद रहने के कारण अभी कोई भी आगे की प्रक्रिया नहीं की जा सकती. थाना से बाहर निकलते ही सांसद निशिकांत दुबे ने वर्तमान सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प आज से लिया और कहा कि बाबा बहुत जल्द इनका संकल्प पूरा करेंगे.

वही सांसद ने बताया अगर मेरे द्वारा किसी पुलिसकर्मियों के साथ धक्का मुक्की की गई है तो उनके शिकायत पर एफआईआर होना चाहिए नहीं की जो अवैध रूप से गर्भगृह में था उसके शिकायत पर. सांसद ने कहा कि मैं भगोड़ा नहीं हूँ इसलिए एफआईआर होते ही मैं अपनी गिरफ्तारी के लिए थाना पहुँच गया. इन्होने पुलिस को आश्वस्त किया कि जब भी उन्हें गिरफ्तार करने की इच्छा होगी वे मुझे आसानी से गिरफ्तार कर सकते हैं.

निशिकांत दुबे ने कहा कि वे इस लोकसभा से लगातार चौथी बार जीत कर सांसद बने है और मंदिर का ट्रस्टी होने के नाते उनका अधिकार है बाबा मंदिर में पूजा अर्चना करने का।लेकिन जब से मैं सांसद बना हूँ मुझे टारगेट किया जा रहा इसलिए अभी तक मेरे ऊपर 51 मामला दर्ज कराया गया है. बाबा मंदिर थाना में हुए एफआईआर पर इनके द्वारा आर्टिकल 105 के तहत प्रिविलेज लिया गया है.