धनबाद(DHANBAD): वाह रे !! मध्य प्रदेश का यह शातिर गिरोह, विभिन्न राज्यों से चुराकर गहना  ले जाता है और फिर उसे जमीन में गड्ढे   कर रख देता है.  गहने तब तक गड्ढे होते हैं, जब तक मामला चर्चा में रहता है.  मामला शांत हो जाने के बाद गहनों को निकाल कर बेचा अथवा गलाया जाता है.  कोलकाता से मुजफ्फरपुर जा रही बस से एक करोड रुपए के गहनों  की चोरी और फिर उसकी बारामदगी  का मामला बहुत ही दिलचस्प है. चोरों ने इस घटना के लिए पूंजी भी लगाई थी.  19 दिसंबर को धनबाद के गोविंदपुर थाना क्षेत्र से गहनों  से भरा बैग चोरी गया था.  यह बैग बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले और कोलकाता में कारोबार करने वाले मोतिउर रहमान का था. 
 
गोविंदपुर थाने में मुक़दमा भी हुआ था 
 
गोविंदपुर थाने में इससे संबंधित केस भी हुआ था.  पुलिस जब छानबीन शुरू की तो जिस  रेस्टोरेंट के बाहर चोरी की घटना हुई थी, उसमें लगा सीसीटीवी बंद था .  इस मामले में कई लोगों से पूछताछ की गई, पर कुछ हासिल नहीं हुआ.  पुलिस खाली हाथ थी ,लेकिन इस बीच पुलिस को एक कुल्लू मिला और उसका पीछा कर पुलिस 20 मार्च को गहने बरामद कर लिया.  पुलिस को सूचना मिली कि यात्री बसों से सामान चुराने वाला गिरोह वारदात के दिन कोलकाता में सक्रिय था.  मध्य प्रदेश के धार  जिले के मनावर में  संदिग्धों के होने की पुलिस को खबर मिली.  टीम वहां पहुंच गई, टीम ने अकरम को पकड़ लिया. 

चोरी के कीमती सामान को जमीन में  रखता है गिरोह 
 
पुलिस को पता चला कि गांव का यह गिरोह चोरी के कीमती सामान को जमीन में  रखता है.  पूछताछ के बाद और उसकी निशानदेही पर गहने  बरामद कर लिए गए.  अकरम ने  पुलिस को बताया कि कोलकाता में उसके  कुछ सूत्र है.  उनसे मिली जानकारी पर रहमान की रेकी की गई थी.  फिर एक लाख रुपए में एक कार  बुक कराई गई.  कार  से ही  बस के पीछे-पीछे गोविंदपुर तक  पहुंचे.  रेस्टोरेंट के बाहर बस रुकी तो मौका पाकर रहमान ने गहनों का बैग  चुरा लिया  और फिर मध्य प्रदेश लौट गए.   रहमान की बेटी की शादी थी.  बेटे के साथ बस से जा रहे थे कि  बैग चोरी हो गई.

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो