धनबाद(DHANBAD): सूत्रों पर भरोसा करें तो झारखंड सरकार की पहल से बोकारो स्टील लिमिटेड के ठेका मजदूरो में नई आस जगी है. उन्हें भरोसा हुआ है कि अब ठेकेदार दबाव बनाकर उनसे पैसे वापस नहीं ले सकेंगे. अब उनके साथ चोरी -चकारी नहीं होगी. दरअसल, हाल के दिनों में सूत्र बताते हैं कि ठेका मजदूरों ने सरकार के श्रम मंत्री से मिलकर अपनी परेशानी बताई थी. झारखंड के श्रम मंत्री ने बोकारो स्टील लिमिटेड को सूचना दी कि ठेका मजदूरों का शोषण ठीक बात नहीं है. इसके बाद बोकारो स्टील लिमिटेड प्रबंधन हरकत में आया और साफ-साफ कह दिया है कि अगर ठेका मजदूरों का शोषण हुआ, तो ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई होगी. वैसे बोकारो स्टील मैनेजमेंट का कहना है कि ठेका श्रमिकों को उचित भुगतान सही समय पर करने के लिए पारदर्शी व्यवस्था बनाई गई है.
क्या कहना है मैनेजमेंट का
श्रमिकों के बैंक अकाउंट के माध्यम से उनकी उपस्थिति के अनुसार निर्धारित दर पर वेतन व अन्य भुगतान होता है. ठेकेदारों द्वारा बैंक में भुगतान किए जाने के बाद बैंक के दस्तावेज सबमिट किए जाते है. उसके बाद अधिकारियों द्वारा भुगतान को सर्टिफाइड किया जाता है. लेकिन इसके बाद भी ऐसी शिकायतें मिल रही है कि कुछ ठेकेदार अपने श्रमिकों से भुगतान किए गए वेतन का कुछ हिस्सा वापस ले लेते है. शुक्रवार को मैनेजमेंट की ओर से कहा गया कि बोकारो स्टील श्रमिकों के वेतन के उचित भुगतान के लिए प्रतिबद्ध है और ठेकेदारों के इस अनुचित क्रियाकलाप को स्वीकार नहीं किया जा सकता. शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मैनजमेंट ने ठेका श्रमिकों से भी किया है आग्रह
बोकारो स्टील ने ठेका श्रमिकों से भी आग्रह किया है कि अपने वेतन से कोई राशि ठेकेदारों को वापस नहीं करे. अगर इससे जुडी कोई शिकायत हो तो संबंधित इंजीनियर इंचार्ज या विभाग के प्रभारी को लिखित शिकायत करे. ठेकेदारों से भी अपील की गई है कि इस तरह की अनुचित कार्रवाई नहीं करे. सूत्र बताते हैं कि बोकारो स्टील में भुगतान के बाद राशि लेने में ठेकेदारों की ही बड़ी भूमिका है. जो ठेका कर्मी देने में आनाकानी करते हैं, उन्हें गेट पास निर्गत नहीं कराया जाता है. मतलब उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाता है. इस वजह से ठेका मजदूर विरोध नहीं कर पाते है. उन्हें हमेशा नौकरी का खतरा बना रहता है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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