देवघर (DEOGHAR):  झारखंड विधानसभा का सत्र इनदिनों चल रहा है. पक्ष हो या विपक्ष सभी अपने अपने क्षेत्र की समस्या से सरकार को रूबरू करवा रहे हैं. इसी कड़ी में बीते दिन यानी 20 मार्च को सदन में सारठ विधायक उदय शंकर सिंह ने अपने क्षेत्र में व्याप्त पेयजल की समस्या को रखा. विधायक उदय शंकर सिंह ने कहा की उनके क्षेत्र में जितने भी चापानल लगा है अधिकांश खराब है. इतना ही नहीं पेयजलापूर्ति योजना भी चालू नहीं रहने के कारण पानी के लिए सारठ विधानसभा क्षेत्र के त्राहिमाम मचा हुआ है. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की एक भी योजना धरातल पर चालू नही है. खासकर चापानल के बारे में विभाग ने जो रिपोर्ट सरकार को सौंपी है वह सिर्फ कागजी खानापूर्ति है. भड़ी सदन में विधायक ने चुनौती दी कि अगर 20 भी चापानल चालू हालात में सरकार दिखा दे तो वो विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे देंगे.

उदय शंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह के सवालों पर विभागीय मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि जो विभाग ने रिपोर्ट दी है उसमें अधिकांश चापानल चालू हालात में है. पेयजलापूर्ति योजना कुछ अपूर्ण है जो पूर्ण है उससे पेयजल की आपूर्ति की जा रही है. सदन में विधायक और मंत्री की बात पर चुटकी तो लेना विपक्ष का लाजमी है. 

पूर्व विधायक रंधीर सिंह ने कहा वर्तमान विधायक की बात से सारठ की जनता दुखी है

पूर्व मंत्री और सारठ विधानसभा के पूर्व विधायक रंधीर सिंह ने कहा कि विधानसभा में जो प्रश्न विधायक चुन्ना सिंह ने उठाया है उससे सारठ की जनता दुखी है.उन्होंने विधानसभा को अपमानित करने का काम किया है. रंधीर सिंह ने दावा किया है कि सारठ विधानसभा क्षेत्र में 3 हज़ार से ज्यादा चापानल चालू है. अगर खराब है तो इसकी जिम्मेदारी विधायक की होती है. उनकी सरकार है क्यों नही मरम्मत करवाते है. इन्होंने पेयजलापूर्ति योजना पर उंगली उठाते हुए कहा कि इस तरह की योजना सरकार की गलत पॉलिसी का नतीजा है. रंधीर सिंह ने कहा कि इस तरह की योजना की मॉनिटरिंग और ऑपरेशन कौन करेगा. जबकी जल स्वच्छता समिति की स्थानीय तौर पर जिम्मेदारी होती है लेकिन पंचायत में इसके नाम पर कोई पैसा सरकार के पास नहीं है तो कौन इसका देखभाल करेगा. रंधीर सिंह ने सरकार से मांग की है कि पालिसी को बदल कर फ़िर से टेंडर निकाले और संवेदक को ही पेयजलापूर्ति योजना की जिम्मेदारी सौंपी जाए. रंधीर सिंह ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सभी योजनाओं की पैसा मईया सम्मान योजना में दे रही है तो कैसे क्षेत्र का विकास होगा.
सारठ विधायक उदय शंकर सिंह द्वारा उठाये गए सवाल पर क्या होगा यह तो जांच के बात ही पता चलेगा लेकिन उनके इस्तीफे की चुनौती क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है.


रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा