रांची (RANCHI): राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को वोटिंग है. राजनीतिक समीकरण बता रहे हैं कि एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू की जीत सुनिश्चित है. लेकिन यूपीए के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा 28 जून से लगातार राज्य-राज्य घूम रहे हैं और खुद को वोट करने की अपील विधायक व सांसद से कर रहे हैं. इस सिलसिले में रात वो रांची पहुंचे और आज दोपहर प्रेस से मुखातिब हुए.

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उसके बाद वो झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष-सह-मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से मिले. मुख्यमंत्री से राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव में अपने पक्ष में समर्थन की अपील की. मौके पर झारखंड प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडेय, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर और ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम मौजूद थे.

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बता दें कि दो दिन पहले ही झामुमो ने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन करने की घोषणा की है. इसकी वजह बताई जा रही है द्रौपदी मुर्मू राज्य की पहली आदिवासी राज्यपाल रह चुकी हैं. वहीं उनका संबंध झारखंड से रहा है. वो संताल आदिवासी हैं. हालांकि यूपीए की जिस बैठक में यशवंत सिन्हा के नाम पर सहमति बनी थी, उसमें झामुमो का प्रतिनिधि भी शामिल हुआ था. अब जब झामुमो ने अपने पत्ते खोल दिये हैं तो यशवंत का सीएम से मिलना महज औचारिकता ही कही जाएगी. दूसरी ओर राजनीतिक पंडितों का कहना है कि यशवंत को लग रहा हो कि कहीं क्रास वोटिंग का लाभ उन्हें मिल जाए.