टीएनपी डेस्क(TNP DESK): जब देश ने अपने सबसे जांबाज सैनिकों में से एक और कारगिल वॉर के हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा को खो दिया था- वो तारीख थी 7 जुलाई 1999. आज ही के दिन वो अमर हो गये थे. आज उनकी 23वीं पुण्यतिथि है. आम तौर पर विक्रम बत्रा के बारे में सभी लोग जानते हैं. इन पर दो फिल्में भी बन चुकी हैं. एक शेरशाह, जिसमें सिद्धार्थ मल्होत्रा ने विक्रम बत्रा का किरदार निभाया है और दूसरा LOC कारगिल, इस फिल्म में अभिषेक बच्चन ने उनका किरदार निभाया है. कैप्टन विक्रम बत्रा के बारे में इन दो फिल्मों से जाना जा सकता है. विक्रम बत्रा को शेरशाह के नाम से भी जाना था. उनका कोड नेम शेरशाह था. शहीद होने के बाद कैप्टन विक्रम बत्रा को भारतीय सेना के सबसे बड़े सम्मान परम वीर चक्र से सम्मानित किया.
उनके जीवन से सीख लेने की जरूरत
विक्रम बत्रा के जीवन, उनकी पढ़ाई, उनकी प्रेम कहानी सभी के बारे में लोग जानते हैं. मगर, आज जो सबसे जरूरी चीज जो विक्रम बत्रा के बारे में जानने और उनसे सीखने की जरूरत है, वो है देशभक्ति, त्याग, आत्मविश्वास और भी बहुत कुछ. आज देश में धर्म के नाम पर, कास्ट के नाम पर, अमीरी-गरीबी के नाम पर हर तरफ लोग एक-दूसरे से लड़ रहे हैं. लोगों में प्रेम खत्म हो रहा है. वहीं लोगों को सीखने की जरूरत है कि जो देश के सैनिक हैं, वो इन सबसे परे, केवल देशवक्षियों की रक्षा के लिए, अपने देश की रक्षा के लिए अपना प्राण न्योछावर कर देते हैं.
देशप्रेम सबसे ऊपर
कैप्टन विक्रम बत्रा की भी फैमिली थी. उनके पिता थे, माता थी. बहन थी भाई था. और तो और एक प्रेमिका भी थी, जिससे वो सबसे ज्यादा प्रेम करते थे. हिमाचल के पालमपुर में 9 सितंबर 1974 को जन्मे विक्रम बत्रा को मगर, इन सबसे ज्यादा अपने देश से प्रेम था. तभी तो मात्र 25 वर्ष की उम्र में ही उन्होंने देश के लिए सबसे बड़ा बलिदान कर दिया. अगर, वो भी अपने परिवार, भाई-बहन, प्रेमिका, समाज, जाति, धर्म का सोचते तो शायद कभी ये बलिदान कर ही नहीं पाते. उनके लिए इन सब चीजों से पहले देश था और देश से बड़ा कुछ भी नहीं. आज जब पूरा देश उनकी शहादत को याद कर रहा है तो उनसे हमें सीख लेने की जरूरत है कि देश प्रेम और दशवासियों से प्रेम कैसे की जाती है.
Recent Comments