टीएनपी डेस्क(TNP DESK): डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए में लगातार गिरावट आ रही है. लोगों की चिंता और बीते दिन भी बढ़ गई जब एक डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए की कीमत 79.99 तक पहुंच गई. मगर, आज थोड़ी सा सुधार हुआ और 1 डॉलर की कीमत 79.90 पहुंचा. साल भर पहले 1 डॉलर की कीमत 74.54 रुपए थी. इससे समझा जा सकता है कि रुपए में कैसे लगातार गिरावट हो रही है. अगर, ऐसा ही चलता रहा तो जल्द ही डॉलर के मुकाबले रुपए 80 के स्तर को पार कर सकता है. मगर, बड़ा सवाल है कि आखिर रुपए में इतनी गिरावट क्यों हो रही है? सिर्फ भारतीय रुपए में गिरावट हो रही है या दुनिया के बाकी देशों की करेंसी में भी गिरावट हो रही?

डॉलर के मजबूत होने का कारण   

डॉलर की कीमत बढ़ने के पीछे दुनिया भर में छाई मंदी और महंगाई है. अमेरिका में पिछले 1 सालों में महंगाई सबसे उच्च स्तर पर है. इससे निपटने के लिए फेडरल रिजर्व (Federal Reserve Rate Hike) तेजी से ब्याज दरें बढ़ा रहा है. महंगाई के जैसे ही ताजा आंकड़े सामने आए. आशंका जताई जा रही है कि अमेरिका झटके में ही ब्याज दरों में एक फीसदी की वृद्धि कर सकता है. इन ब्याज दरों के बढ़ने का फायदा डॉलर को हो रहा है. वहीं मंदी के डर से विदेशी निवेशक उभरते बाजारों से अपना पैसा निकालते जा रहे हैं. और तो और इन पैसों से डॉलर खरीद रहे हैं. इससे डॉलर में अचानक से बेतहाशा वृद्धि हुई है. डॉलर की मजबूती का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कई दशक बाद पहली बार डॉलर और यूरो की कीमत लगभग बराबर तक पहुँच गई है. क्योंकि यूरो डॉलर से महंगी करेंसी हुआ करती थी.

भारत के पड़ोसी देशों का हाल

भारतीय रुपए की बात करें तो पिछले एक साल में डॉलर के मुकाबले रुपया 6.6 फीसदी कमजोर हुआ है. भारत से भी ज्यादा खराब स्थिति पाकिस्तान की है. पाकिस्तानी रुपए में पिछले एक साल में डॉलर के मुकाबले 31.65 फीसदी की कमी आई है. साल भर पहले एक डॉलर की वैल्यू 159.10 पाकिस्तानी रुपये के बराबर थी, जो अभी 209.46 पाकिस्तानी रुपये के बराबर है. पाकिस्तान के आलवा पड़ोसी देश नेपाल की बात करें तो उसकी करेंसी मे भी काफी गिरावट आई है. साल भर पहले एक डॉलर के मुकाबले नेपाली रुपया का भाव 117.70 था. जो अभी बढ़कर 127.66 पर पहुंच चुका है. पिछले एक साल में नेपाली करेंसी डॉलर के मुकाबले 8.50 फीसदी कमजोर हुआ है.  सबसे बुरा हाल इस दौरान राजनीतिक और आर्थिक मार झेल रहे श्रीलंका पर पड़ी है. श्रीलंका की करेंसी में 84 फीसदी की गिरावट हुई है. साल भर पहले एक डॉलर की वैल्यू 196.55 श्रीलंकाई रुपये के बराबर थी, जो अभी 360.82 श्रीलंकाई रुपये के बराबर हो चुकी है. यही हाल बांग्लादेश और अफगानिस्तान का भी है. बांग्लादेश की करेंसी में 12.27 फीसदी की गिरावट हुई है तो अफगानिस्तान की करेंसी में 25.64 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है.