धनबाद(DHANBAD)-सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को कौन नहीं जनता होगा. इसमें कोई संदेह नहीं हैं की देश-विदेश का हर बच्चा अमिताभ बच्चन का फैन हैं.लेकिन उनके फोल्लोवेर्स में से शायद ही कोई ऐसा होगा जो बच्चन जी के धनबाद से सम्बन्ध के बारे में जनता होगा. बता दें कि धनबाद तब ठिकाना था जब वह कुछ भी नहीं थे. यहां की कोयला खदानों में एक साधारण पद पर नौकरी करते थे. उस समय कोलियरियों का राष्ट्रीयकरण नहीं हुआ था. आपको जान कर हैरानी होगी की अमिताभ कोलकाता की एक कंपनी के मुलाजिम की हैसियत से धनबाद कोलियरी में काम किया करते थे.

चास नाला खान दुर्घटना पर बनी फिल्म काला पत्थर

धनबाद छोड़ने के बाद उन्होंने सीधे बॉलीवुड का रुख किया. जिसके बाद वे कोलियरी की दुनिया में वापस नहीं लौटे. लेकिन धनबाद उनके मन में हमेशा के लिए बस गया. यही वजह रही होगी कि उन्होंने 1975 में धनबाद के चास नाला में घटित एक बड़ी खान दुर्घटना पर बनी फिल्म में काम किया. जिसमें टॉप कलाकारबिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा,शशि कपूर,नीतू सिंह और प्रेम चोपड़ा जैसे एक्टर्स शामिल थे. इस फ़िल्म में बॉलीवुड शहंशाह अमिताभ ने एंग्री यंग मैन की भूमिका में एक सशक्त कोयला मजदूर के दर्द को रुपहले पर्दे पर उकेरा था. बता दें कि सेल चासनाला में दामोदर का पानी घुसने के कारण खान हादसा हुई थी जिसमें खदान में काम करने वाले सभी मजदूरों की जान चला गई थी. दरअसल इस हादसे में 356 लोगों की जानें गई थी. जिसके कारण रातो-रात यो खबर पूरे देश में आग की तरह फैल गई. इस घटना ने अमिताभ बच्चन और मशहूर फिल्म निर्माता यश चोपड़ा को भी परेशान किया. ऐसे में यश चोपड़ा ने चास नाला खान दुर्घटना पर एक फिल्म बनाने की ठान ली.

धनबाद से पुराने संबंध के कारण मिली अमिताभ को फिल्म में लीड रोल

चुकिं अमिताभ बच्चन धनबाद को जानते थे और कोलियरी में काम कर चुके थे. इसलिए बाकी  किरदारों के साथ अमिताभ बच्चन को इस फिल्म में मुख्य भूमिका मिली. इस भूमिका को अमिताभ बच्चन ने निसंदेह बखूबी निभाई. फिल्म थी काला पत्थर(KALA PATHAR). काला पत्थर नाम के इस फिल्म ने अपने समय में काफी सुर्खियां बटोरी.1975 में चास नाला खान दुर्घटना हुई और उसके 3 साल बाद 1978 में ही यह फिल्म बनाई गई.

बिग बी ने याद किए धनबाद में बिताए दिन

इन दिनों इस फिल्म चर्चा एक बार फिर से शुरू हो गई हैं. हाल ही में फिल्म काला पत्थर के 42 साल पूरे होने पर बिग बी  ने काला पत्थर के कुछ पोस्टर्स शेयर की. साथ ही उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम में इस फिल्म की चर्चा करते हुए यूज़र्स को बताया कि महानायक बनने के पहले वो धनबाद की कोलियरी में एक साधारण कर्मचारी की हैसियत से काम किया करते थे.

क्या था चास नाला खान की दुर्घटना

चास नाला खान दुर्घटना की देश ही नहीं, विदेशों में भी खूब चर्चा हुई थी.1975 का वह काला दिन जिसने भी देखा या सुना, उसने दांतो तले अंगुली दबा ली.उस दिन को खदान में कोयला कटाई का काम चल रहा था कि अचानक जलजमाव होने लगा. पानी इतनी तेजी से फैला की लोगों को निकाला नहीं जा सका.28 दिसंबर 1975 को दुर्घटना हुई लेकिन बचाव कार्य 19 जनवरी से शुरू हुआ. विदेशी सहयोग से रेस्क्यू ऑपरेशन चला.कई दिनों तक की हाड़ तोड़ मेहनत के बाद कुल 356 लाशें निकाली जा सकीं, जिनमें 246 की पहचान नहीं हो पाई. दुर्घटना में लाशें पूरी तरह से विकृत हो गई थी.इस दुर्घटना की लंबे समय तक चर्चा चलती रही और गाहे-बगाहे आज भी चलती है. घटना के 46 साल बाद भी महानायक अमिताभ बच्चन को सेल चासनाला की वो ब्लैक फ़्राइडे की घटना और काला पत्थर की कहानी याद है. ये अलग बात हैं कि धनबाद में इस घटना की चर्चा सिर्फ़ हादसें की बरसी मनाने तक सीमित है.

रिपोर्ट: अभिषेक कुमार सिंह,धनबाद