दुमका (DUMKA) : सावन का पावन महीना शिव उपासना के लिए बेहद खास माना जाता है. यही वजह है कि सावन के पावन महीने में प्रतिदिन लाखों शिव भक्त देवघर के बाबा बैद्यनाथ और दुमका के बाबा बासुकीनाथ धाम पहुंच कर जलार्पण करते है. हाल के वर्षों में डाक कांवड़ियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है. जिसे डाक बम के रूप में जाना जाता है और जल उठाने के 24 घंटे के अंदर जलार्पण करना होता है. काफी संख्या में श्रद्धालु डाक बम के रूप में बिहार के सुल्तानगंज के उत्तर वाहिनी गंगा से जल भरकर देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण करते है जबकि कई ऐसे शिव भक्त है जो भागलपुर के बरारी गंगा घाट से जल भरकर डाक बम के रूप में बासुकीनाथ धाम पहुंच कर फौजदारी बाबा पर जलार्पण करते है.

सोमवार को जलार्पण करने रविवार को काफी संख्या डाक बम उठाते हैं जल

रविवार को बरारी गंगा घाट से जल भर कर सोमवार को डाक बम के रूप में बासुकीनाथ पहुंचने वाले भक्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है. प्रशासनिक स्तर पर भी इसकी सुविधा के लिए व्यवस्था की जाती है. साथ है मार्ग में कई शिविर भी लगाया जाता है. सेवा भाव से सैकड़ों लोग रात भर सड़कों पर खड़े रहते है. सावन की तीसरी सोमवारी पर हजारों की संख्या में डाक बम बासुकीनाथ धाम पहुंचे. लेकिन जलार्पण के बाद एक महिला डाक बम की मौत हो गई.

रामगढ़ के पहाड़पुर की रहने वाली थी सुनीता, मार्च में हुई थी शादी

जानकारी के अनुरूप दुमका जिला के रामगढ़ प्रखंड के पहाड़पुर की रहने वाली सुनीता देवी गांव के अन्य लोगों के साथ कल रविवार को बरारी गंगा घाट से जल भर कर डाक बम के रूप में आज सोमवार को बासुकीनाथ धाम पहुंची. एक सौ किलो मीटर से ज्यादा की यात्रा पूरी कर बासुकीनाथ पहुंचने पर उसकी तबियत बिगड़ गई. जलार्पण के बाद परिजन उसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जरमुंडी पहुंचे जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया, जहां डॉ ने उसे मृत घोषित कर दिया. बताया जा रहा है कि मार्च 2025 में उसकी शादी हुई थी. पिछले वर्ष भी वह डाक बम के रूप में बासुकीनाथ धाम में जलार्पण की थी. इस घटना से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. परिजनों ने पोस्टमार्टम नहीं कराने से संबंधित लिखित आवेदन थाना को दिया. जिसके बाद कागजी प्रक्रिया पूरी कर शव परिजनों को सौंप दिया.

सड़क दुर्घटना में नेपाल के कांवरिया की मौत

वहीं अज्ञात वाहन की चपेट में आने से एक कांवरिया की मौत हो गई. घटना बासुकीनाथ धाम की कल शाम की है. गंभीर स्थिति में उसे कल रात ही फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया जहां डॉ ने मृत घोषित कर दिया. मृतक के पैकेट में देवघर अस्पताल का एक पर्चा मिला जिसमें नाम गोपाल बास्की और पता के रूप में नेपाल लिखा है. इसके आधार पर अंदाजा लगाया जा रहा है कि मृतक नेपाल का रहने वाला है. पोस्टमार्टम के बाद शव को सुरक्षित रख दिया गया है.