देवघर (DEOGHAR) : सावन के पवित्र महीने में कांवड़ का अपना अलग ही महत्व है. बिहार के सुल्तानगंज से उत्तर वाहिनी गंगा का जल लेकर बाबानगरी देवघर पहुंचने का सिलसिला अनवरत जारी है. सभी कांवड़िये अपनी क्षमता के अनुसार कांवड़ लाते हैं. इनमें कई ऐसे कांवड़िये भी होते हैं जो भारी कांवड़ लाने के साथ ही आकर्षक कांवड़ भी लाते हैं जो पूरे कांवरिया पथ पर चर्चा का विषय बन जाता है. कांवड़ियों का ऐसा ही एक जत्था कोलकाता से देवघर पहुंचा है. इनके कांवड़ की खासियत यह है कि इनके कांवड़ में शिव के विशाल स्वरूप के साथ-साथ सभी बारह पवित्र ज्योतिर्लिंगों का चित्रण है. यह कांवड़ जहां से भी गुजरती है, वहां चर्चा का विषय बन जा रही है.

रिपोर्ट-ऋतुराज सिन्हा