टीएनपी डेस्क (TNP DESK): देश में अब तक का सबसे बड़ा नक्सल आत्म समर्पण छत्तीसगढ़ में हुआ. जब सेंट्रल कमिटी सदस्य रूपेश जी के साथ 210 नक्सलियों ने हथियार डाल दिए. एक दिन पहले ही रूपेश जी ने वीडियो जारी कर बताया था की अब हथियार डालने का समय है लेकिन संघर्ष जारी रहेगा. सरेंडर करने वालों में करोड़ों के इनामी और कुख्यात नक्सली है. जिनके पास हाई टेक हथियार और गोला बारूद मौजूद है. सभी बस्तर के माड़ डिवीजन में सक्रिय रहे है, और कई बड़ी वारदात को अंजाम दे चुके थे.

अब बढ़ती पुलिसिया दबिश से नक्सलियों में डर का माहौल है. उन्हे अब यह मालूम चल गया कि अगर अभी भी हथियार नहीं छोड़े तो पुलिस की गोली के शिकार हो जाएंगे. किसी जंगल में मुठभेड़ के दौरान ढ़ेर कर दिए जाएंगे. यही वजह है कि पिछले तीन दिन में 350 से अधिक माओवादियों ने हथियार डाल दिया है. सबसे बड़ी बात की सेंट्रल कमेटी मेम्बर भूपति के हथियार डालते ही दूसरे दिन रूपेश ने अपने साथियों के साथ आत्म समर्पण करने का एलान कर दिया. सभी अपने कैडर के साथ जगदलपुर पहुंचे जहां मुख्यमंत्री के सामने हथियार डाल दिया है.

रूपेश की के कंधे पर माओवादी संगठन में बड़ी जिम्मेवारी थी. सेंट्रल कमिटी सदस्य के साथ साथ वह पार्टी के प्रवक्ता भी थे. जितने पत्र सामने आते थे उसमें रूपेश जी का नाम लिखा होता था. माड़ डिवीजन की पूरी कमान इसके हाथ में थी. बिना इनके इशारा किए कोई वारदात नहीं होती. लेकिन अब आतंक का रास्ता छोड़ मुख्यधारा में लौट गए. लेकिन इस बीच एक शर्त भी रख दिया है. जिसमें पांचवी अनुसूची के तहत आदिवासियों को पूरा हक और अधिकार दिया जाए. स्पेशल स्टेटस के तहत ग्राम सभा को पूरा अधिकार दिया जाए.

रूपेश जी ने सरेंडर करने से पहले मीडिया से बात करते हुए बड़ी बात कही कि हथियार डाल रहे है लेकिन संघर्ष जारी रहेगा. ग्राम सभा के बिना अनुमति के कोई जमीन किसी को नहीं दी जाएगी. साथ ही किसी काम से पहले गाँव में ग्राम सभा कर उसकी अनुमति लिया जाए. रूपेश ने दावा किया है कि छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री ने उनकी मांग को स्वीकार भी किया है.

अब सभी नक्सली जगदलपुर पहुंच कर हथियार डाल दिया है. साथ ही उनके पास हथियारों का जखीरा था वह भी साथ लेकर गए है. सभी 210 नक्सलियों के पास AK 47,SLR,INSAS,लौंचर समेत कई घातक हथियार के साथ मुख्यमंत्री विष्णुदेव के समाने रख दिया. और अहिंसा की कसमें खाई है.

इस बीच सभी का स्वागत गुलाब और संविधान की किताब के साथ किया है. सीएम ने सभी को संकल्प दिलाया कि अब कभी हिंसा के रास्ते पर नहीं जाएंगे. देश की खातिर सभी एक साथ दिखेंगे. सभी के चेहरे पर मुस्कान दिखी और जुबा पर संकल्प की अब हथियार नहीं संविधान से बात होगी.