टीएनपी डेस्क: बदलते मौसम में एक बार फिर से वायरल फीवर के मरीजों की संख्या अस्पताल में बढ़ने लगी है. हर दिन अस्पताल में मरीज वायरल फीवर की समस्या को लेकर पहुंच रहे हैं. ऐसे में डॉक्टर ने लोगों को लापरवाही बरतने  से मना किया है. साथ ही डॉक्टर ने यह भी सलाह दी है कि बिना डॉक्टर के परामर्श के कोई भी दवा नहीं ले. 

लगातार हो रही बारिश और फिर तापमान में बदलाव के कारण लोग वायरल फीवर के शिकार हो रहे हैं. नॉर्मली बुखार होने पर लोग 3 दिनों में ठीक हो जाते थे लेकिन इस बार का वायरल फीवर काफी अलग है. इसमें लोगों को करीबन  5 से 7 दिन तक बुख़ार रहता है. इसके साथ ही सर्दी खांसी व कमजोरी के भी शिकार हो रहे हैं.  बुखार ठीक हो जाने के बाद भी लोगों को लंबे समय तक कमजोरी महसूस हो रही है. यह वायरल फीवर एक वायरस की तरह है. अगर घर में कोई एक लोग इससे संक्रमित हो रहा है तो उसकी चपेट में परिवार आ जा रहा है.

वायरल फ़ीवर के लक्षण 

वायरल फ़ीवर में लोगों को बुख़ार के साथ सिरदर्द, बदन दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में तेज दर्द, कमजोरी, लगातार खांसी ऐसे लक्षण दिखाई दिए हैं.

बुखार से बचाव के उपाय

सदर अस्पताल के डॉ. बताते हैं कि बीमार होने पर बिना डॉक्टर की सलाह से दवा न खाए. साथ ही इस मौसम के बारिश से खुद को भींगने से बचाए. और यदि किसी कारण बारिश में भींगते है तो तुंरत AC और पंखे की हवा न ले. यदि इस मौसम के चपेट में आ कर कोई बीमार होता है, तो उसे तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर की सलाह ले कर अपना इलाज सही समय पर करवा लेना चाहिए. 

फ्रिज के ठंडे पानी से बनाए दूरी

डॉ. कहते है कि इस मौसम में फ्रिज का ठंडा पानी पीने से परहेज करना चाहिए. क्योंकि इस मौसम में फ्रिज का पानी पीते हैं, तो गले में कई तरह की समस्या होती है जैसे गले में खराश, , सर्दी, बलगम  और गले में सूजन पैदा कर सकता है.

वायरल फीवर होने पर डॉक्टर लोगों को आराम करने की सलाह दे रहे हैं.

इसके साथ ही पौष्टिक भोजन देने की भी सलाह दी जा रही है.

वहीं अगर आपको वायरल फीवर हो जाता है तो आप घर में भी मास्क लगा कर रहे.

अपने आस-पास साफ-सफाई का ध्यान रखें

पौष्टिक आहार में मौसमी फल, हरी सब्ज़ी और तरल पदार्थ का सेवन करें