टीएनपी डेस्क (Tnp Desk):- हेमंत सरकार की महत्वकांक्षी और लोकप्रिए मंईयां सम्मान योजना में हर महीने ढाई हजार रुपए की राशि मिलती है. इस बार मई में भी अप्रैल महीने का बकाया पैसा लाभुकों के खाते में आया. हालांकि, बहुत ऐसी महिलाएं भी थी. जिनको पैसा नहीं मिला, जबकि इस योजना की पूरी-पूरी योग्यता रखती थी. आखिर वजह क्या थी, क्या अड़चन आ गई कि उनका पैसा अटक गया ? , क्या इसके लिए राज्य सरकार या फिर जिला प्रशासन जिम्मेदार है? . तो इसका जवाब बिल्कुल होगा बिल्कुल गलत. अगर गौर से समझे तो इसकी असल जिम्मेदार आप खुद है, क्योंकि आपकी थोड़ी सी लापरवाही औऱ गफलत के चलते ही आपके बैंक खाते में पैसा नहीं आय़ा. अगर आप थोड़ी समझदारी दिखाए होते तो खटा-खटा आपके एकाउंट में भी पैसा आ जाता.  

सही लाभुकों को मिले मंईयां सम्मान का पैसा

 हेमंत सोरेन सरकार अपने वादे के मुताबिक मंईया सम्मान के किश्त का पैसा दे रही है. बेशक कुछ अड़चने, गड़बड़िया, फर्जीवाड़ा औऱ खमियां सामने आ रही है. मगर पैसा तो लाभुकों को मिल रहा है. देर-सवेर ही सही बैंक खाते में सीधे डीबीटी के जरिए पैसा आ रहा है. राज्य के लाखों महिलाओं को मई महीने में पैसा मिला. कुछ महिलाएं ऐसी थी, जो इस योजना के पैमाने औऱ योग्यता पर खरी उतरती है. इसके बावजूद उनके खाते में पैसा नहीं आया. बल्कि अटक गया. उनका खाता होल्ड पर अभी भी है. इसकी सबसे बड़ी वजह अभी तक सामने यही आई है कि उनका बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है.सरकार ने इसके लिए तीन दिन का वक्त भी दिया था. लेकिन इस पर भी कईयों ने ध्यान नहीं दिया. नतीजा ये रहा कि उन्हें डीबीटी के जरिए किस्त के पैसे नहीं मिल पाए.

दस्तावेजों का वेरिफिकेशन नहीं करवाया  

 दूसरी सबसे बड़ी समस्या ये सामने आई कि कई महिलाओं ने योजना में अपने दस्तावेजों का वेरिफिकेशन ही नहीं करवाया है. तो भला उन्हें कैसे इस स्कीम का पैसा मिल सकता है. अगर कोई इसकी किश्त हर महीने लेना चाहती है, तो हर हाल में अपने दस्तावेजों का वेरिफिकेशन करवाना ही होगा. क्योंकि ये बेहद जरुरी है. इसके लिए कुछ करना नहीं है, बल्कि आंगनबाड़ी सेविका से मिलकर वेरीफिकेशन फार्म भर कर पूरा प्रोसेस आसानी से कर सकते हैं.  आधार कार्ड का बैंक खाते से जुड़ने के बाद और वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद महिलाओं को अटके हुए पैसा मिलने शुरु हो जाएगें. इसके बाद उन्हें हर महीने उनके खात में पैसा आने लगेंगे. साफ है कि आपकी थोड़ी सी गफलत के चलते औऱ समझारी नहीं दिखाने के चलते पैसा अटका हुआ है. अगर ये प्रक्रिया अपनाने के बाद भी पैसा नहीं मिल रहा है, तो फिर ये मानिए की मंईयां सम्मान योजना की जो पात्रता सरकार ने बनायी है. उसमे आप फिट नहीं बैठ रहे हैं.

कौन लोग है मंईयां सम्मान योजना के हकदार ?

 सवाल है कि आखिर सरकार किन लोगों को पैसा देगी और कौन से लोग मंईयां सम्मान योजना के पात्र है. चलिए आपको बताते हैं.

दरअसल, महिला सम्मान योजना का लाभ उसी महिला को मिलेगा जो झारखंड की मूला निवासी है. जिनकी उम्र 21 से 50 साल के बीच है. इसके साथ ही जिस परिवार की सालाना आय तीन लाख रुपए या उससे कम है, वही इस स्कीम के पैसे लेने की योग्यता रखती हैं. इसमे जरुरी चिज ये भी है कि लाभुक को अपना बैंक खाता होना चाहिए. जो आधार से लिंक हो. जिनका नहीं है, वो इसका लाभ नहीं ले पायेगी. अगर लाभुक के परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी करते हैं या इनकम टैक्स देता है. तो फिर उस परिवार की महिला इसमे आवेदन नहीं कर सकती है.

क्या दस्तावेज है जरुरी ?

 मंईयां सम्मान योजना के दस्तावेजों यानि ड्क्यूमेंट क्या-क्या चाहिए, तो इस स्कीम की मुताबिक लाभुक के पास  आधार कार्ड, राशन कार्ड,निवास प्रमाण पत्र, आय़ु प्रमाण पत्र, आय़ु प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, जाति प्रमाण पत्र ,पासपोर्ट साइज फोटो औऱ मोबाइल नंबर की जरुरत होती है. अगर ये दस्तावेज है, तब ही आप मंईयां सम्मान योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन ऑफिशियल वेबसाइट झारखंड मुख्यमंत्र मंईयां सम्मान योजना YMMSY में कर सकते हैं. वही ऑफलाइन करने के इच्छुक है, तो नजदीकी आंगनबाड़ी केन्द्र में फार्म लेकर औऱ भरकर जमा किया जा सकता है.

इन सारी बातों को अगर ध्यान में ऱखकर कोई भी लाभुक आवेदन करें तो निश्चित तौर पर उनको मंईयां सम्मान योजना का पैसा मिलेगा, कोई अड़चना, बाधा औऱ दिक्कतें नहीं आय़ेगी.