कटिहार (KATIHAR) : भाषा के नाम पर आपने लड़ते देखा होगा, लेकिन एक ही साथ एक ही क्लास में दो भाषा की पढ़ाई शायद कभी नहीं देखी होगी. एक साथ एक ब्लैक बोर्ड पर दो भाषा की पढ़ाई का यह नजारा देखने को मिला है और यह नजारा मनिहारी के सबसे अनोखे स्कूल का है. जहां बच्चों को टीचर एक ही कमरे में 5 अलग-अलग वर्गों की पढ़ाई करा रहे हैं. समय बदला, पीढ़ियां बदली, सरकारें भी बदली लेकिन नहीं बदली तो इस विद्यालय की तस्वीर, जहां आज भी उर्दू प्राथमिक विद्यालय में अनोखे अंदाज में पढ़ाई होतीं है. स्कूल के एक कमरे के एक ब्लेक बोर्ड पर दो शिक्षक और शिक्षिका एक साथ बच्चों को पढ़ाते हैं.

एक कमरे में पांच कक्षाओं की होती है पढ़ाई

मनिहारी नगर क्षेत्र के वार्ड संख्या 14 में 1957 का बना प्राथमिक विद्यालय जर्जर होने के बाद शिक्षा विभाग के निर्देश पर वार्ड संख्या 09 मे स्थित आदर्श मध्य विधालय आजमपुरगोला में 2017 में भेज दिया गया था. उर्दू प्राथमिक विद्यालय के लिए यहां सिर्फ एक कमरा मिला है, जिसमें पहली क्लास से पांचवी तक के बच्चों की पढ़ाई कराई जाती है. 2017 से 2022 आ गया, लेकिन इस स्कूल की सूरत नहीं बदली.  आज भी एक ही कमरे में तीन शिक्षक एक साथ बैठकर एक ही ब्लैक बोर्ड पर एक से पांच क्लास के बच्चों को पढ़ाते हैं. बोर्ड के एक किनारे में हिंदी की शिक्षिका पढ़ाती हैं तो बोर्ड के दूसरी तरफ एक शिक्षक उर्दू पढ़ाते हैं.

बच्चों को होती है पढ़ने में बहुत दिक्कत

स्कूल की प्रचार्या प्रफ्फुलित मिंज कहती हैं कि विद्यालय का अभी नामांकन सत्र चल रहा और अभी एक से पांच वर्गों में कुल 197 बच्चे नामांकित हैं, और भी बच्चों के नामांकित होने की संभावना है. वहीं, जब हमने छात्रों से बात की तो उन्होने बताया कि, एक साथ ब्लैक बोर्ड पर दो विषय की पढ़ाई से दिक्कत होती है. हमलोगों को पढ़ाई की पूरी बात समझ में नहीं आती है. आज के बिहार की ऐसी तस्वीर जहां शिक्षा व्यवस्था की बेहतरी के लिए सरकार हजार दावे करती है, लेकिन सब ढाक के तीन पात होते हैं. जिसकी तस्कीद ये विद्यालय कर रही है. क्या अब भी इस विद्यालय की स्थिति सुधरेगी, ये देखने वाली बात होगी.