छपरा(CHAPRA): सारण जिला में शराबबन्दी के बीच शराब से जुड़े कई मामले रोज सामने आते हैं.  लेकिन एक दिलचस्प मामला सामने आया जब शराब लदी गाड़ी लेकर जा रहे एक तस्कर ने फायनेंस कम्पनी के रिकवरी एजेंट को पुलिस समझ लिया.उससे बचने के चक्कर में भाग निकलने की असफल कोशिश में शराब लूट की घटना को अंजाम दिलवा दिया. घटना तरैया थाना क्षेत्र के स्थित तरैया बाजार की है. किस्ती फेल इंडिगो गाड़ी का पीछा करते हुए तरैया में फाईनेंसर ने गाड़ी को पकड़ा. गेट खुलते ही दारू का बोतल दिखा. इसके बाद ग्रामीण टूट पड़े और बोतल लूट की घटना को अंजाम दे दिया.

तरैया बाजार पर एक इंडिगो गाड़ी को फायनेंसर वालों ने जैसे ही इंडिगो गाड़ी को पकड़ा और गाड़ी का गेट खोल तो अंदर अंग्रेजी शराब का बोतल दिखाई दिया. बस फिर क्या था ग्रामीणों की भीड़ टूट पड़ी और जिसको जितना हाथ लगा शराब की बोतल दो मिनट तक लूटते रहे. जब पुलिस पहुंची तो ग्रामीण भाग गए. तरैया पुलिस इंडिगो गाड़ी को जब्त कर थाने लाई है.

125 लीटर अंग्रेज़ी शराब जब्त

हुआ यूं कि मंगलवार के दिन मसरख की ओर से तरैया की ओर एक इंडिगो गाड़ी आ रही थी. फायनेंस कम्पनी के रिकवरी एजेंट वाले बाइक से पीछा करते हुए तरैया बजार में ओवर टेक कर गाड़ी को पकड़ लिए. ग्रामीणों को लगा कि गाड़ी वाला धक्का मार कर भाग रहा था तो अपाची वाले पकड़ रहे हैं.  तबतक गाड़ी के अंदर शराब की बोतल दिखाई दी तो ग्रामीणों की भीड़ शराब की बोतल देखते ही लूटने के लिए टूट पड़ी. पुलिस के पहुंचते ही ग्रामीणों की भीड़ हट गई. बरामद गाड़ी के ड्राइवर को पब्लिक ने पुलिस के हवाले कर दिया. जिसकी पहचान पटना जिला के बेउर थाना के बेउर गांव निवासी राजकिशोर पांडेय के पुत्र शुभम कुमार पांडेय के तौर पर हुई है. गाड़ी से लूटने से बचे 125 लीटर अंग्रेज़ी शराब को पुलिस ने जब्त कर लिया है.