चाईबासा (CHAIBASA) : पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा क्षेत्र में पड़ने वाले बड़ाजामदा व नोवामुण्डी थाना क्षेत्र में पड़ने वाले बंद पड़े पदम कुमार जैन आयरन माइंस व केडीएस रेजिंग रजत माइंस तथा कांद्रा क्रसर स्थित तीन पहाड़नुमा आयरन ओर पर लौहआयस्क माफियाओं की गिद्ध की नज़र पड़ गई है. इधर जल-जंगल व जमीन की लड़ाई लड़ने वाले दिवंगत दिशोम गुरू शिबू सोरेन का श्राद्ध कार्य पूरा होते ही लौहआयस्क माफियाओं द्वारा अवैध खनन को लेकर कांद्रा क्रसर से सटे पहाड़ को काटने के लिए दिन-दहाड़े जेसीबी लगाकर रास्ता बनाने का काम शुरू कर दिया है, जिसे लेकर क्षेत्र में तनाव बना हुआ है. इधर इस बात की सूचना जब जिला खनन पदाधिकारी टुडू को दी गई तो उन्होंने कहा कि आयरन चोरों को कोई लाइनअप नहीं दिया गया है. अवैध खनन के लिए चोर, चोर ही होता है, ऐसे में जब वह पकड़ा जाएगा तो जेल भेजा जाएगा. इस बात की चर्चा जोरों पर है कि जमशेदपुर का एक सरदार अवैध खनन करने के लिए लौहआयस्क माफियाओं को लाइनअप देकर कार्य करने को कह रहा है और यह भी कहा जा रहा है कि शायद मामले का लिंक सीएमओ तक है.

ऐसे में सवाल यह भी उठता है कि आखिर सरकार को कौन बदनाम करने में लगा है, जबकि पूरी माइंस बंद पड़ी है. इधर रविवार को बड़ाजामदा थाना क्षेत्र में पड़ने वाला कांद्रा क्रसर से सटे उच्च गुणवत्ता वाली ब्लू डस्ट, फाइंस, अपर ग्रेड 64,65 ग्रेड का लौहआयस्क का भंडार है, जिसे अवैध खनन कर उठाव करने के लिए रास्ता बनाने का काम हो रहा है. बताया जा रहा है कि पूर्व में आयरन ओर का कारोबार करने वाले रौनी दत्ता नामक व्यक्ति द्वारा, जो पहले मालगाड़ी का रैक इंडेंट करने वाला ठेकेदार था, कांद्रा क्रसर स्थित पड़े आयरन ओर की पहाड़ का अवैध खनन करने के लिए रास्ता बनाने का कार्य किये जाने की सूचना मिल रही है. इस कार्य में पर्दे के पीछे से कुछ सफेदपोश और बड़ाजामदा क्षेत्र के आयरन ओर माफिया किस्म के लोग भी इस खेल में शामिल हैं.

अब यह जिला प्रशासन और जिला पुलिस प्रबंधन के लिए भी एक चुनौती जैसी हालात बन गई है कि क्या इस अवैध खनन कार्य को रोक पाएगी या पूर्व की तरह सवालों के घेरे में घिरी रहेगी.

रिपोर्ट : संतोष वर्मा