धनबाद (DHANBAD) धनबाद के 'कोयला किंग' सुरेश सिंह की आज 10 वीं पुण्यतिथि है. आज ही के दिन 7 दिसंबर 2011 में धनबाद क्लब में शाम 7 बजे उन्हें गोलियों से भून दिया गया था. वह एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए गए क्लब पहुंचे थे. आरोप है कि उनकी हत्या सिंह मेंशन के रामधीर सिंह के पुत्र शशि सिंह ने की और उसके बाद शशि सिंह ने धनबाद छोड़ दिया. पिछले 10 वर्षोंं से वह फरार है. झारखंड से लेकर यूपी तक शशि कई बार आए गए. लेकिन इधर धनबाद पुलिस को उनके ठिकाने अब तक नहीं मिले. यहां तक कि फ़रारी काल में ही शादी भी रचा ली, फिर भी पुलिस गहरी नींद में सोई रही. इस 10 साल में धनबाद ने कम से कम तीन एसएसपी के काम को देखा, अभी वर्तमान में चौथे एसएसपी काम कर रहे हैं.
पांच एसपी व तीन एसएसपी, नतीजा शून्य
हालांकि इसके पहले 5 एसपी भी आए और गए. घटना के दिन से ही धनबाद पुलिस दावा करती रही कि हत्यारोपी जल्द पुलिस की गिरफ्त में होगा. लेकिन दस सालों बाद भी वह पकड़ाया नहीं. आप को बता दें कि कोयलांचल में उस समय सिंह मेंशन और सुरेश सिंह में खूब तनातनी चल रही थी. झरिया सीट से सिंह मेंशन के खिलाफ सुरेश सिंह चुनाव भी लड़ा करते थे. लेकिन सवाल यह है कि जिसकी हत्या हुई, वह भी कोई साधारण व्यक्ति नहीं था और और जिस पर हत्या का आरोप है, वह भी कोई सामान्य व्यक्ति नहीं है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या ताकतवर लोग हत्या करने के बाद धनबाद छोड़ देंगे और पुलिस उस फाइल को दबाकर बैठ जाएगी.
रिपोर्ट : सत्य भूषण सिंह, धनबाद
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