देवघर को प्लास्टिक और थर्मोकोल मुक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन सड़क पर
डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने अपने आलाधिकारियों के साथ बाबा मंदिर क्षेत्र में औचक निरीक्षण करने पहुँच गए।डीसी ने जलसार पार्क, शिवगंगा, मंदिर व आसपास के क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए विभिन्न फूड स्टॉल,होटल, दूकान,चाय स्टाल का निरीक्षण करते हुए थर्मोकाॅल व प्लास्टिक का उपयोग कर रहे दुकानदारों और लोगों को जागरूक किया।इस दौरान डीसी ने इससे होने वाले दुष्परिणामों से अवगत कराया। साथ हीं थर्मोकाॅल की जगह पत्तल से बने दोना, प्लेट, कटोरी के अलावा चाय पीने के लिए मिट्टी के कुल्हड़ का उपयोग करने का आग्रह किया।
उपायुक्त ने थर्मोकाॅल के उपयोग को पूर्णतः प्रतिबंधित करने में सभी से सहयोग करने और एक दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करने का आग्रह किया
सेहत को ख्याल में रखते हुए उपायुक्त ने चाय स्टॉलों पर पेपर व प्लास्टिक की कप की जगह कुल्हड़ के उपयोग करने की अपील की।उन्होंने कहा कि इससे मिट्टी के बर्तन से जुड़े कामगारों को आत्मनिर्भर बनाने में हमारा सहयोग भी होगा। हम सभी जानते हैं मिट्टी के बर्तन में कुछ खाने या पीने से कैल्शियम भी मिलता है। कुल्हड़ इको फ्रेंडली भी होते हैं। इसलिए जब इनमें चाय पी जाती है तो ये पर्यावरण के लिए हानिकारक नहीं होते। ये फिर से मिट्टी में परिवर्तित हो जाते हैं। ऐसे में वर्तमान में आवश्यक है कि हम पर्यावरण के संरक्षण की ओर कदम बढ़ाते हुए पत्तल से बने दोना, प्लेट, कटोरी और मिट्टी के कुल्हर का उपयोग करते हुए दूसरों को भी इसके प्रति जागरूक करने में जिला प्रशासन का सहयोग करें।
रिपोर्ट - रितुराज सिन्हा , देवघर
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