सरायकेला(SARAIKELA)-झारखंड विधानसभा के निवेदन समिति के सभापति और बरही विधायक उमाशंकर अकेला अपनी बेबाक बातचीत और बिंदास अंदाज के लिए हमेशा चर्चा में रहते हैं. इस बार सरायकेला में मीडिया से उमाशंकर अकेला ने विभिन्न विषयों पर खुलकर बात की. अपने बातचीत के दौरान उन्होंने न सिर्फ अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है और आईएएस आईपीएस अधिकारियों  को खुली चुनौती दे दी है.

मुफ्त की वितरण योजना लागू कर लोगों को बनाया जा रहा आश्रित

विधानसभा निवेदन समिति के सभापति उमाशंकर अकेला ने कहा कि आजादी के बाद जनसंख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है. इसको लेकर किसी को चिंता नहीं है. बस सरकार को धोती साड़ी वितरण की चिंता है. शिक्षा का स्तर बेहतर कैसे हो, स्वास्थ्य का स्तर कैसे बेहतर हो, लोग कैसे बेहतर हो सके, इसकी किसी को चिंता नहीं है, अब बताइए कि धोती साड़ी वितरण करने से किसी का जीवन चलेगा क्या. उन्होंने कहा कि अब सिस्टम बदल गया है. सबको मुफ्त वितरण योजना से आश्रित बनाया जा रहा है. जिससे वह आत्मनिर्भर नहीं हो पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हर योजना में घोटाला हो रहा है. हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि जहां विकास होता है वहां घोटाला भी होता है. उन्होंने कहा कि डीसी, एसपी समेत समस्त पदाधिकारी अपने को विधायक से ऊपर समझ रहे हैं, लेकिन इनकी औकात यादव ही बता रह सकता है और प्रदीप यादव बता भी रहा है.

भोजपुरी व मगही को मान्यता नहीं देना गलत, जल्द दी जाए मान्यता

विधायक उमाशंकर अकेला ने कहा कि मगही तथा भोजपुरी भाषा को झारखंड में मान्यता नहीं देने का झारखंड सरकार का फैसला गलत है. उन्होंने कहा कि कोडरमा, रामगढ़, हजारीबाग, बोकारो, गिरिडीह, धनबाद तथा डालटेनगंज में मगही तथा भोजपुरी बोली जाती है. ऐसे में सरकार को मगही और भोजपुरी भाषा को मान्यता देनी चाहिए. इनको मान्यता देने पर कौन पहाड़ टूट जाएगा. वही कांग्रेस विधायक सह मंत्री रामेश्वर उरांव द्वारा दिए गए बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि जब बिहार में संथाली को मान्यता नहीं है, तो झारखंड में भोजपुरी और मगही को मान्यता क्यों दिया जाए. इस पर उन्होंने कहा कि जब दूसरा गलत करेगा तो क्या हम भी गलत करेंगे. उन्होंने इसे पूरी तरह गलत बताकर झारखंड सरकार से मगही तथा भोजपुरी को मान्यता देने की बात कही.

लातेहार डीसी अबू इमरान पर हो कड़ी कार्रवाई

झारखंड विधानसभा के निवेदन समिति के सभापति व बरही विधायक उमाशंकर अकेला ने कहा कि लातेहार डीसी अबु इमरान द्वारा सात आदिवासी बच्चियों का करमा डाली विसर्जन के दौरान हुई मौत मामले में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सह विधायक बंधु तिर्की द्वारा घटनास्थल पर जाने पर रोक लगाने और एक धर्म विशेष के समर्थन में टिप्पणी करने को उन्होंने पुरजोर विरोध किया. उन्होंने कहा कि किसी प्रशासनिक पदाधिकारी द्वारा एक धर्म विशेष का समर्थन करना पूरी तरह से गलत है. उन्होंने कहा कि कोई विधायक किसी क्षेत्र का नहीं बल्कि पूरे राज्य व देश का होता है. ऐसे में वह कहीं भी जा सकता है. इसलिए किसी भी सूरत में उन्हें रोक नहीं लगाना चाहिए। उन्होंने इस मसले पर विरोध करते हुए झारखंड सरकार से लातेहार डीसी पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की.  

 

रिपोर्ट:विकास कुमार,सरायकेला