दुमका (DUMKA) : इन दिनों मोबाइल चोरी की घटना आम हो गई है. कभी राह चलते लोगों के हाथ से मोबाइल की छिनतई हो जाती है तो कभी ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों की मोबाइल की चोरी हो जाती है. इस सबके बीच दुमका के नगर थाना की पुलिस ने स्टेशन रोड स्थित रसिकपुर के एक लॉज से एक मोबाइल चोर को गिरफ्तार किया है, जिसके पास से चोरी के 20 मोबाइल सहित कुल 21 मोबाइल, दर्जनों मोबाइल चार्जर और एक लैपटॉप बरामद किया गया, जिसकी कीमत चार लाख रुपए से ज्यादा है. पुलिस गिरफ्त में आए मोबाइल चोर का नाम विवक कुमार साह है जो बिहार के बांका जिला के बाराहाट थाना के लबोरदार गांव का रहने वाला है.
क्या कहना है नगर थाना प्रभारी का
इस बाबत नगर थाना प्रभारी जगन्नाथ धान ने बताया कि पिछले पांच माह से शहर और ट्रेन से मोबाइल चोरी की सूचना मिल रही थी. शनिवार को एक ट्रेन यात्री ने सूचित किया कि उसका मोबाइल चोरी हो गया है. नंबर के आधार पर पड़ताल की तो पता चला कि मोबाइल का लोकेशन स्टेशन रोड स्थित रसिकपुर का मिला. सहायक अवर निरीक्षक संतोष कुमार जब पड़ताल करते हुए उस स्थान पर पहुंचे तो मालिक से पता चला कि उनके लाज में विवक नामक लड़का रहता है. टीम ने कमरे में दबिश दी तो कमरे से सारे मोबाइल और एक लैपटाप मिला.
पढ़ाई का खर्च निकालने के लिए करता था चोरी
आरोपी विवक ने बताया कि उसने तिलका मांझी भागलपुर विद्यालय से अर्थशास्त्र में आनर्स किया है. दुमका के एक लाज में रहकर आइटीआइ कर रहा है. वर्षों तक माता पिता ने विवक और उसके भाई को घर से बाहर रखकर पढ़ाई के लिए रुपया दिया. लेकिन दोनों भाई में से किसी को सरकारी नौकरी नहीं मिली. विवक सरकारी हर हाल में सरकारी नौकरी लेना प्राप्त करना चाहता था. पिता ने जब पढ़ाई का खर्च देने में असमर्थता जताई तो विवक दुमका के बंदरजोरी स्थित एक आईटीआई में दाखिला ले लिया और रसिकपुर स्थित एक लॉज में रहकर पढ़ाई करने लगा. विवक ने बताया कि पैसों की तंगी की वजह से सावन माह से मोबाइल चोरी कर रहा है.
ट्रेन यात्री को बनाता था निशाना, चुराता था चार्जिंग में लगे मोबाइल और बैग
विवेक ने बताया कि वह ज्यादातर भागलपुर जाने वाले ट्रेन के यात्रियों को निशाना बनाता था. मौका मिलने पर मोबाइल के साथ बैग भी चोरी कर लेता था. उसने बताया कि अब तक मोबाइल के अलावे चार यात्रियों के बैग की चोरी किया है. एक बैग में लैपटॉप जबकि एक अन्य बैग में नकद 30 हजार रुपया मिला था. मोबाइल के कवर में रखे रुपया चोरी करने के लिए मोबाइल चोरी करता था. उन रुपयों से अपना गुजरा करता था. उसका लक्ष्य सरकारी नौकरी प्राप्त करना था. उसका कोई गैंग नहीं है और न ही अभी तक चोरी के कोई मोबाइल को बेचा है.

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