TNP DESK- बिहार चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस को इतना बड़ा फैसला क्यों लेना पड़ा? क्या कांग्रेस अब "डैमेज कंट्रोल" में लग गई है? सूचना मिली है कि कांग्रेस ने अविनाश पांडे को बिहार की जिम्मेदारी सौंप दी है. अब अविनाश पांडे बिहार में "डैमेज कंट्रोल" करेंगे. बता दे कि टिकट को लेकर बिहार कांग्रेस में हुए घमासान और मजबूत सीटों के नुकसान के बाद कांग्रेस पार्टी ने अविनाश पांडे को बिहार भेजने का निर्णय लिया है. यह भी कहा जा रहा है कि बिहार के कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लवारु बिहार को संभालने में विफल रहे है. जिसके बाद पार्टी ने अविनाश पांडे को नई जिम्मेवारी दी है.
अविनाश पांडे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है
अविनाश पांडे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है. यह पोस्ट शक्रवार को किया गया है. लिखा है कि कल से बिहार के प्रवास पर रहूंगा, जहां आगामी चुनाव के लिए संगठन , समन्वय और रणनीति निर्माण की जिम्मेवारी सम्भालूंगा. यह केवल एक चुनाव नहीं, बल्कि बिहार की दिशा और दशा तय करने वाला निर्णायक मौका है. एनडीए सरकार ने राज्य को बेरोजगारी की ओर धकेल दिया है. अब जनता परिवर्तन के लिए तैयार है. कांग्रेस के इस प्रयास को डैमेज कंट्रोल के चश्मे से देखा जा रहा है. टिकट को लेकर पार्टी के कई नेताओं ने बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और बिहार कांग्रेस प्रभारी पर टिकट बेचने का आरोप लगाया था. कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा भी दे दिया है.
पार्टी में मचे घमासान के बीच अविनाश पांडे को बिहार बुलाया गया है
पार्टी में मचे घमासान के बीच अविनाश पांडे को बिहार बुलाया गया है. शनिवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अविनाश पांडे ने केंद्र को निशाने पर लिया. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने छठ महापर्व पर बिहार के लोगों का अपमान किया है. सवाल किया है कि पूरे देश में रेलगाड़िया की संख्या 13000 है. पीएम नरेंद्र मोदी इसमें से 12000 रेलगाड़ी छठ पर्व पर चलाने की बात कहते हैं, तो कहां से चलाएंगे? उनका आरोप था कि छठ महापर्व पर घर पहुंचने के लिए लोग रेलगाड़ी में शौचालय तक में यात्रा करने को मजबूर है. उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री को इसके लिए बिहार के लोगों से माफी मांगना चाहिए.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो

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