दुमका(DUMKA)-9 महीनों से दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने आज भारत बंद का आह्वान किया. इस बंद को झारखंड में सत्ताधारी झामुमो, कांग्रेस और राजद सहित वामपंथी दलों का समर्थन था. बता दें कि उपराजधानी दुमका में बंद का आंशिक असर रहा. सरकारी कार्यालय अन्य दिनों की भांति खुली रही. निजी से लेकर सरकारी विद्यालयों में पढ़ाई जारी रहा. शहर में सुबह झामुमो, राजद और वामपंथी दलों के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे, लेकिन उस समय दुकानें नहीं खुली थी. वहीं दुकान खुलने पर ये कार्यकर्ता दुकान बंद रखने का अनुरोध करते नजर आए. एहतियातन अधिकांश व्यवसायी अपनी प्रतिष्ठान को बंद रखा. साथ ही लंबी दूरी की एक आध बसों को छोड़कर सड़कों पर बसें नहीं चली. वहीं छोटी वाहन का परिचालन सामान्य रहा. दिन के एक बजते बजते  नगर थाना की पुलिस ने बंद समर्थक को हिरासत में लेकर नगर थाना पहुंच गयी. बता दें कि शहर में बंद के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता कहीं नजर नहीं आये. जिले के अन्य प्रखंड मुख्यालय में भी कामों बेस बंद का यहीं हाल रहा, लेकिन बंद समर्थक इसे सफल करार दे रहे है.

मालवाहक वाहनों की लगी लंबी कतार

जिले में सबसे ज्यादा बंद का असर हंसडीहा में देखने को मिला. सुबह से ही बंद समर्थक सड़कों पर उतर गए. जिसके कारण मालवाहक वाहनों की लंबी कतार लग गयी. बता दें कि इस बंदी का नेतृत्व पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने किया. वैसे गोड्डा से देवघर जाने के क्रम में जामताड़ा से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी हंसडीहा चौक पर कुछ देर रुक कर बंद का समर्थन किया. केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. अपने संबोधन में प्रदीप यादव ने कृषि कानून को केंद्र सरकार द्वारा जबरन थोपा गया कानून करार दिया.

बंद को झारखंड के सत्ताधारी दल का समर्थन

सवाल उठता है कि इस बंद को झारखंड के सत्ताधारी दल का समर्थन प्राप्त था. दुमका जिला के सभी चारों विधानसभा सीट पर सत्ताधारी दल के विधायक है लेकिन कहीं भी बंद का नेतृत्व विधायक करते नजर नहीं आये.

रिपोर्ट:पंचम झा,दुमका