दुमका(DUMKA)-29 सितंबर से गोड्डा से भागलपुर के रास्ते रांची के लिए ट्रैन का परिचालन शुरू होने वाला है. जिसको लेकर राजनीति शुरू हो गयी है. वहीं जामताड़ा से कांग्रेस विधायक डॉ इरफान अंसारी ने भागलपुर के रास्ते ट्रैन का परिचालन नहीं होने देने का ऐलान कर दिया है.
कांग्रेस विधायक ने ट्रैन का परिचालन नहीं होने देने का किया ऐलान
आजादी के 74 साल बाद गोड्डा जिला रेलवे के मानचित्र पर आया. जिसके स्वरुप 8 अप्रैल 2021 को पहली बार गोड्डा स्टेशन से ट्रेन का परिचालन शुरू हुआ. देर से ही सही लेकिन जब गोड्डा से ट्रेन सेवा की शुरुआत हुई तो कई ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ. कई जोड़ी पैसेंजर ट्रेन के साथ साथ गोड्डा से लंबी दूरी के लिए हमसफर ट्रैन भी खुली. देश की राजधानी से जुड़ने के बाद अब गोड्डा को प्रदेश की राजधानी से ट्रेन मार्ग से जोड़ने के लिए 29 सिंतबर को भागलपुर के रास्ते ट्रैन का परिचालन शुरू होना है. वैसे तो यह ट्रेन पहले से ही भागलपुर से रांची के लिए खुलती थी, जिसका विस्तार गोड्डा तक किया जा रहा है. बता दें कि सप्ताह में तीन दिन यह ट्रेन गोड्डा से खुलेंगी. वही ट्रैन के परिचालन को लेकर राजनीति शुरू हो गयी है. जामताड़ा से कांग्रेस विधायक डॉ इरफान अंसारी ने भागलपुर के रास्ते ट्रैन के परिचालन पर सवाल खड़े करते हुए निर्धारित मार्ग से ट्रेन का परिचालन नहीं होने देने का ऐलान कर दिया है. दुमका पहुंचे डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि भागलपुर के रास्ते ट्रैन चलने से गोड्डा वासी को रांची पहुचने में 18 घंटे लग जाएंगे जो समय की बर्बादी है. उन्होंने इसके लिए स्थानीय सांसद निशिकांत दुबे को दोषी करार देते हुए ना केवल सांसद को बाहरी करार दिया बल्कि रेलवे के वरीय अधिकारियों को भी औकात में रहने की नसीहत दें डाला.
सांसद ने जामा विधायक सीता सोरेन और सीएम की पत्नी कल्पना सोरेन को बताया बाहरी
मौके पर विधायक डॉ इरफान अंसारी ने जब सांसद निशिकांत दुबे को बाहरी व्यक्ति कहा तो भला सांसद कैसे चुप रह सकते थे. सांसद ने जामा विधायक सीता सोरेन और सीएम की पत्नी कल्पना सोरेन को बाहरी बताया. झारखंड की राजनीति में दो जनप्रतिनिधि ऐसे है जो अपनी बयान के कारण हमेशा सुर्खियों में रहते है. दोनों संथाल परगना से ताल्लुकात रखते हैं. एक विधायक है तो दूसरा सांसद. विधायक इरफान अंसारी और सांसद निशिकांत दुबे के बीच हमेशा जुबानी जंग चलते रहता है. हाल के वर्षों में दोनों के बीच शब्दबाण कुछ ज्यादा ही चल रहे है. उसके भी राजनीतिक मायने है. सांसद निशिकांत दुबे गोड्डा लोकसभा सीट से जीत की हैट्रिक लगा चुके है और उनकी नजर अब 2024 के लोक सभा पर है. अपने कार्यकाल में सांसद ने विकास के कुछ ऐसे कार्य किते जिसे जनता कभी नहीं भूल सकती. वहीं जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी के पिता फुरकान अंसारी भी गोड्डा लोकसभा से सांसद रह चुके है. इरफान अंसारी दूसरी बार विधायक बने है. उनकी भी राजनीतिक महत्वाकांक्षा पिता के विरासत को संभालने की होगी. तभी तो वे गोड्डा लोक सभा क्षेत्र में काफी सक्रिय दिख रहे है और उनके निशाने पर सांसद निशिकांत दुबे रहते है.
रिपोर्ट:पंचम झा,दुमका
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